अभी तो उतरा भी नहीं था हाथों से मेहंदी का रंग, उठ गई अर्थी,विवाह के सांतवें दिन अंजली की मौत,जांच में जुटी है पुलिस…

 

 

गिरिडीह।अभी हाथों की मेहंदी भी नहीं छूटी थी कि नई नवेली दुल्हन की अर्थी सज गई। सात दिन पहले मायके से विदा हो कर ससुराल पहुंची नवविवाहिता की उसके ससुराल में संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत हो गई। यह घटना गिरिडीह के गांडेय थाना क्षेत्र की है।घटना को लेकर मृतिका के मायका पक्ष के लोग ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं, जबकि मृतिका के ससुराल पक्ष के लोग इसे हादसा बता रहे हैं।घटना की सूचना पर गांडेय थाना पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है कि आखिर 21 वर्षीय नई नवेली दुल्हन की मौत कैसे हुई है।

दरअसल, यह पूरा मामला बिहार के गया और गिरिडीह से जुड़ा हुआ है। गया जिला के खिजरसराय थाना क्षेत्र के मूसेपुर की रहने वाली 21 वर्षीय अंजली कुमारी पिता नरेंद्र कुमार सिंह की शादी गांडेय थाना क्षेत्र के महेशमुंडा निवासी उपेंद्र सिंह के पुत्र गौरव कुमार के साथ 7 दिन पूर्व हुई थी। शादी के सात दिन बाद ही अंजली की मौत उसके ससुराल में संदेहास्पद परिस्थितियों में हो गई।

घटना की सूचना पाकर जब मृतिका के मायका पक्ष के लोग महेशमुण्डा पहुंचे तो बेटी का शव देख कर फफक पड़े। घटना को लेकर मृतिका के चाचा ने ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाया है।मृतिका के चाचा जितेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि घटना के पूर्व रात को उनकी भतीजी के साथ ससुराल वालों ने मारपीट की थी।जिसके बाद दूसरे दिन उसकी हत्या कर दी गई है। उन्होंने बताया कि मृतिका के शव पर कई जगह चोट के निशान पाए गए हैं और उसके एक हाथ में प्लास्टर भी चढ़ाया हुआ है।

इधर, इस पूरे मामले को लेकर नवविवाहिता के ससुर उपेंद्र सिंह का कहना है कि उनकी बहू की मौत एक दुर्घटना है।उन्होंने बताया कि घटना के वक्त वह अपनी पत्नी के साथ घर पर नहीं थे।घर पर उनका बेटा, बहु और उनकी मां थी। उन्होंने बताया कि दोनों पति पत्नी एक मुंडन कार्यक्रम में शामिल होने बगोदर के सोना पहाड़ी गए थे।कार्यक्रम में शाम हो जाने के कारण वह अपने ससुराल बगोदर के बागोडीह में रुक गए थे। इसी दरम्यान उनके बेटे ने फोन पर बताया कि बहु छत के उपर से नीचे गिर गई है।

उन्होंने कहा कि शुक्रवार की शाम को बहु फोन पर अपने मायके वालों से बात करने छत पर गई थी।इसी दौरान बात करने के क्रम में वह छत से नीचे गिर गई। जिसे इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था।सूचना मिलने के बाद फौरन दोनों पति पत्नी बगोदर से महेशमुण्डा के लिए निकले। महेशमुण्डा पहुंचने पर बहु को बेहतर इलाज के लिए धनबाद ले कर जा रहे थे, इसी दौरान रास्ते में उसकी मौत हो गई।

मृतिका के ससुर ने बताया कि शव को घर वापस लाने के बाद शनिवार को दिन भर शव को मृतिका के मायका वालों के पहुंचने के इंतजार में घर पर ही रखा गया था।मायका वालों के पहुंचने के बाद घटना की सूचना गांडेय थाना को दी गई।जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।इधर पूरे मामले पर गांडेय थाना प्रभारी रघुनाथ सिंह ने कहा कि विवाहिता की मौत हत्या है या दुर्घटना इसकी छानबीन की जा रही है।