राँची के नगड़ी सीओ अपनी हरकत से बाज नहीं आए और हस्ताक्षर करते समय अभ्यर्थी के डाॅक्यूमेंट में पेंच फंसा दिए,अभ्यर्थी रेलवे की नौकरी ज्वॉइन नहीं कर पाया….
–नगड़ी सीओ के खिलाफ उपायुक्त ने सरकार काे भेजा रिपाेर्ट, नाैकरी पाए अभ्यर्थी के डाॅक्यूमेंट पर हस्ताक्षर में पेंच फंसाने का आराेप
–ज्वाइनिंग से पहले 4 दिन तक सीओ ऑफिस का चक्कार लगाया अभ्यर्थी, वीडियाे वायरल हाेते ही डीसी ने किया था हस्तक्षेप
–नगड़ी सीओ काे हस्ताक्षर करने का डीसी ने दिया था आदेश, बावजूद हस्ताक्षर किया लेकिन फंसा दिया पेंच
राँची।सरकारी अफसर को जनता का सेवक भी कहा जाता है। आम लोग उनसे बेहतर व्यवहार और मदद की उम्मीद करते हैं। लेकिन, कुछ ऐसे भी अफसर हैं, जिनके सिर पर पद और कुर्सी का गुरूर इस कदर चढ़ जाता है कि वह ना ताे किसी के कैरियर का ख्याल नहीं रखता और ना ही अपने वरीय अधिकारी के आदेश का। वे अपनी ठसक दिखाने के लिए किसी की बात तक नहीं सुनते। झारखण्ड के राँची जिले के नगड़ी सीओ राकेश कुमार श्रीवास्तव इसके साक्षात उदाहरण हैं। रेलवे ग्रुप-डी में नाैकरी पाए अभ्यर्थी नीकू कुमार महताे डाॅक्यूमेंट पर हस्ताक्षर कराने के लिए लगातार 4 दिन तक नगड़ी सीओ के समक्ष दाैड़ लगाया। सीओ ने जब साइन करने से इंकार कर दिया ताे नीकू के सब्र का बांध टूट गया। नीकू ने सीओ से बातचीत का वीडियाे वायरल कर दिया। इसके बाद जिले के डीसी राहुल सिन्हा ने हस्तक्षेप करते हुए नगड़ी सीओ काे अभ्यर्थी के डाॅक्यूमेंट की जांच कर हस्ताक्षर करने का आदेश दिया। हालांकि नगड़ी सीओ इसके बावजूद अपनी हरकत से बाज नहीं आए और हस्ताक्षर करते समय अभ्यर्थी के डाॅक्यूमेंट में पेंच फंसा दिए। नगड़ी सीओ ने अभ्यर्थी के पेपर के वर्ष वाले कॉलम में नील लिख दिया। नीकू जब आद्रा डिवीजन स्थित रेलवे के ऑफिस में ज्वॉइन करने पहुंचा ताे वहां यह कहते हुए ज्वाइनिंग कराने से इंकार कर दिया कि वर्ष वाले काॅलम में नील लिखा गया है। हालांकि उसमें यह लिखना था कि संबंधित अधिकारी आपकाे कितने दिनाें से जानते हैं। ऐसा नहीं है जिसकी वजह से ज्वाइनिंग नहीं हाे सकती। अभ्यर्थी वहां से ज्वाइन किए बगैर वापस अपने घर लाैट गया। डीसी राहुल सिन्हा काे जब इस बात की जानकारी मिली ताे वे नगड़ी सीओ के खिलाफ रिपाेर्ट करते हुए डीसिप्लिनरी एक्शन लेने की अनुशंसा की है।
5 जून काे वीडियाे वायरल हाेने के बाद सीओ ने किया था हस्ताक्षर, 10 जून तक अभ्यर्थी काे करना है ज्वाइन
नगड़ी सीओ के हरकत से परेशान हाेकर अभ्यर्थी नीकू कुमार ने 5 जून काे वीडियाे वायरल किया था। वीडियाे वायरल हाेते ही डीसी ने हस्तक्षेप की जिसके बाद डाॅक्यूमेंट पर सीओ ने साइन किया था। 10 जून तक अभ्यर्थी काे आद्रा डीविजन में याेगदान देना था। हालांकि वह 7 जून काे ही वहां पहुंचा जिसके बाद त्रूटी हाेने की जानकारी देते हुए ज्वाइनिंग कराने से इंकार कर दिया।
नीकू-सर ! पिछले 4 दिनाें से डाॅक्यूमेंट पर साइन के लिए दौड़ रहे हैं,सीओ- हम तुमको नहीं पहचानते, नहीं करेंगे साइन
वायरल वीडियो के अनुसार, नगड़ी सीओ से नीकू ने कहा कि सर! पिछले 4 दिनाें से डाॅक्यूमेंट पर साइन कराने के लिए दौड़ लगा रहे हैं। लेकिन, कोई सुननेवाला नहीं है। 10 जून तक आद्रा डिवीजन में ज्वॉइन करना है। आप इस पर साइन कर दीजिए। इसके बाद नगड़ी सीओ बोले- तुमको जानते ही नहीं हैं, किसी और से साइन कराओ। थाना से लिखवा लो। इसके बावजूद नीकू ने कहा- सर, आधार कार्ड और अन्य डॉक्यूमेंट दे रहे हैं। क्या प्रूफ दें कि आप मेरे को जानिएगा? बहुत जरूरी है, नौकरी का सवाल है। इस पर भी नगड़ी सीओ अपनी कुर्सी पर टिके रहे और अड़ियल रवैया अपनाते हुए कहा- किसी और से साइन कराओ। ये सब मेरा काम नहीं है। फिर नीकू ने कहा- सर, एसपी ऑफिस में डॉक्यूमेंट व फॉर्म जमा करना है। आप नहीं साइन करिएगा तो कौन करेगा। इतना सुनते ही नगड़ी सीओ बिफर पड़े और बोले- कोई भी करेगा। फॉर्म में लिख दें कि हम इसको नहीं जानते और साइन कर देते हैं। समझ लेना, बताओ। कुछ नहीं लिखेंगे। भागता है या नहीं। कागज में नहीं लिखेंगे, फॉर्म में लिख देते हैं। तुम्हारा पूरा करियर ही खराब कर देंगे। इसके बाद नगड़ी सीओ ने अपने केबिन की घंटी बजाई और गार्ड को बुला कर कहा- इसको बाहर निकालो।