जमशेदपुर में बहुचर्चित वर्षा पटेल हत्या मामले में एएसआई धर्मेंद्र सिंह को मिली उम्रकैद की सजा..
जमशेदपुर।झारखण्ड के जमशेदपुर शहर में चर्चित वर्षा पटेल हत्याकांड मामले में परिवार वालों को 15 महीने बाद न्याय मिला। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिल कुमार मिश्र की अदालत ने मंगलवार 28 फरवरी, 2023 को दोषी पुलिसकर्मी (एएसआई ) धर्मेंद्र सिंह को उम्रकैद की सजा सुनायी.इससे पहले 26 फरवरी को कोर्ट ने धर्मेंद्र को दोषी करार दिया था. बता दें कि 12 नवंबर, 2021 को घर से गायब हुई वर्षा का शव 18 नवंबर, 2021 को टेल्को स्थित सीटू तालाब से बरामद हुआ था।इधर, मृतका की माँ लक्ष्मी पटेल ने इस निर्णय पर न्यायालय का आभार जताया।कहा कि शुरू से ही कोर्ट पर विश्वास था और कोर्ट ने उनके विश्वास को कायम रखते हुए दोषी को उम्र कैद की सजा सुनायी।हालांकि, उन्होंने कोर्ट से दोषी एएसआई को फांसी देने की मांग की थी।
वर्षा हत्याकांड में उम्र कैद की सजा पाये धर्मेंद्र सिंह साकची और बिष्टुपुर थाना में पदस्थापित रह चुका है।घटना के बाद धर्मेंद्र बिहार के आरा स्थित अपने गांव भाग गया था।पुलिस ने अनुसंधान के क्रम में एएसआई को उसके घर से घटना में प्रयुक्त बाइक सहित गिरफ्तार किया था।फिलहाल, धर्मेंद्र जेल में बंद है।इधर, बचाव पक्ष के वकील केके सिंह ने झारखण्ड हाईकोर्ट में अर्जी देने की बात कही।
कोर्ट में सुनवाई के दौरान नौ लोगों की गवाही हुई।वहीं, पुलिस ने एफएसएल रिपोर्ट भी जमा की थी।गवाहों ने कोर्ट को बताया था कि गत 12 नवंबर को वर्षा पटेल को एएसआई धर्मेंद्र के साथ देखा गया था।गवाहों के बयान और विभिन्न दलीलों के बाद कोर्ट ने मंगलवार 28 फरवरी को दोषी एएसआई धर्मेंद्र सिंह को उम्रकैद की सजा सुनायी।
बता दें मृतक वर्षा पटेल की छोटी बहन जया पटेल की शिकायत पर पुलिस ने छानबीन शुरू की थी। इस दौरान पुलिस को बताया गया कि वर्षा पटेल को एएसआई धर्मेंद्र के साथ टेल्को में देखा गया। इस हत्याकांड के आईओ सुंदर सोरेन ने मोबाइल लोकेशन और लोगों से पूछताछ के बाद टेल्को के सीटू तालाब से वर्षा का शव बरामद किया था।शव एक बोरे में बंद था। बताया गया कि एएसआई धर्मेंद्र सिंह ने पूजा के सामान से भरे बोरे को तालाब में फेंकने की बात पड़ोसी से की थी।