भाकपा माओवादी संगठन का रिजनल कमांडर 15 लाख इनामी अमन गंझू ने झारखण्ड पुलिस के समक्ष किया आत्मसमर्पण
राँची।एनआईए और झारखण्ड पुलिस का मोस्ट वांटेड 15 लाख का इनामी नक्सली अमन गंझू आज ( बुधवार ) को सरेंडर कर दिया।राजधानी राँची के जोनल आईजी ऑफिस में आयोजित कार्यक्रम में अमन गंझू आईजी अभियान एवी होमकर,राँची जोनल आईजी पंकज कंबोज, गढ़वा एसपी अंजनी झा और सीआरपीएफ के अधिकारियों के समक्ष सरेंडर कर दिया।अमन गंझू भाकपा माओवादी संगठन में रिजनल कमांडर था।उसके ऊपर झारखण्ड की सरकार ने 15 लाख रुपये का इनाम और एनआईए ने चार लाख का घोषित किया है। अमन लंबे वक्त से झारखण्ड के लातेहार, लोहरदगा, गुमला के इलाके में सक्रिय था।अमन गंझू साल 2004 में माओवादी संगठन में शामिल हुआ है।उसके ऊपर गढ़वा जिले में 10 और लातेहार जिले में 7 मामले दर्ज है।
अमन गंझू मूल रूप से बिहार के औरंगाबाद का रहने वाला है
झारखण्ड पुलिस के द्वारा इस साल फरवरी में लोहरदगा के बुलबुल के इलाके में सुरक्षाबलों अभियान चलाया था।इस अभियान में कुख्यात माओवादी कमांडर रविंद्र गंझू के दस्ते को बड़ा नुकसान हुआ था। इस अभियान में नक्सली रबिन्द्र गंझू और अमन गंझू निकल कर भाग गए थे। नक्सली अमन गंझू बुलबुल जंगल से निकल कर छकरबंधा निकल कर भाग गया था। जबकि रविंद्र गंझु बूढ़ापहाड़ के इलाके में भाग गया था। हाल के दिनों में छकरबंधा के इलाके में माओवादियों खिलाफ बड़ा अभियान शुरू हुआ है।अभियान में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। झारखण्ड पुलिस के द्वारा लगातार चलाए जा रहे अभियान से परेशान होकर अमन गंझू ने सरेंडर कर दिया। अमन गंझू मूल रूप से बिहार के औरंगाबाद थाना क्षेत्र के ढिबरा का रहने वाला है।
एनआईए ने भी किया मोस्ट वांटेड घोषित
साल 2019 में लातेहार के चंदवा में हुए नक्सली हमले के मामले में अमन गंझू समेत 22 नक्सलियों के खिलाफ एनआईए ने इनाम की घोषणा की है। एनआईए की जांच में जिन नक्सलियों के नाम सामने आये हैं। इन सभी नक्सलियों पर इनाम की घोषणा की गई है। इनाम की राशि एक लाख से 10 लाख तक है।एनआईए ने झारखण्ड में एक करोड़ के इनामी पतिराम मांझी पर 10 लाख, अजीत उरांव उर्फ चार्लिस, सौरभ दा पर पांच लाख, नवीन, रवींद्र गंझू, छोटू खेरवार, अमन गंझू, नीरज सिंह खेरवार और मृत्युंजय भुईंया पर चार लाख, मनीष यादव, संटू भुईयां, नागेंद्र यादव, शीतल मोची, नेशनल गंझू, कुंदन खेरवार पर तीन-तीन लाख, खतेश गंझू, रंथू उरांव, अनिल तुरी, प्रदीप सिंह खेरवार पर दो-दो लाख, राजेश उरांव, लजीम अंसारी, जितेंद्र नागेशिया पर एक-एक लाख रुपये इनाम की घोषणा की है। एनआईए ने सभी को फरार घोषित करते हुए इनाम राशि की घोषणा की है।
तीन सालों में 40 नक्सलियों ने किया सरेंडर
पिछले तीन सालों के दौरान झारखण्ड पुलिस के समक्ष 40 नक्सलियों ने सरेंडर किया, वही 1300 से अधिक नक्सली गिरफ्तार हुए।साल 2022 में दस नक्सलियों ने झारखण्ड पुलिस के समक्ष सरेंडर किया।तीन सालों में 30 नक्सली भी मारे गए। बुढा पहाड़, ट्राई जंक्शन, चतरा गया बॉर्डर पारसनाथ, और कोल्हान क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है, और इस दौरान सफलता भी हाथ लगी है। इस साल बीस से अधिक कोर एरिया में सुरक्षाबलों का कैंप स्थापित हुए है।