सकुशल अमरनाथ यात्रा से राँची लौटे श्रद्धालु,प्राकृतिक आपदा की सुनाई आपबीती,विधायक ने श्रद्धालुओं का पैर धोकर और माला पहनाकर स्वागत किया
राँची।झारखण्ड की राजधानी राँची से 5 जुलाई को 16 श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा पर गए थे।जिनको राँची के माननीय विधायक श्री सी पी सिंह ने राँची रेलवे स्टेशन से विदा किया था।राँची के एक श्रद्धालु विक्की सिंह चुटिया निवासी ने बताया कि 8 जुलाई को अमरनाथ गुफा के पास आई आपदा में सभी श्रद्धालुओं की जान भोलेनाथ की कृपा से बच गई।उन्होंने बताया कि जिस वक्त आपदा आई थी उस वक्त भोलेनाथ के दर्शन के लिए सभी श्रद्धालु गुफा के पास ही थे।
बताया कि जिस समय ये हादसा हुआ उस समय हम सभी लोग उसी परिसर में अलग अलग टेंट पर रुके थे।कुछ लोग बाबा की आरती में शामिल होने के लिए गुफा में गए।हमलोग के दर्शन करने के पश्चात हल्की हल्की बारिश शुरू हो गई थी उसी बारिश में भींगते हुए टेंट में पहुँचे।जहां लंगर में भोजन किया और फिर अपने टेंट में जाकर आराम करने लगे कुछ ही मिनटों बारिश तेज हो गई और फिर देखते देखते पहाड़ों से पानी के साथ बड़ी बड़ी कि चट्टान पत्थर आने लगी ।हमलोग को टेंट के मालिक ने बोला आप लोग जान बचाइए।किसी को कुछ समझ में नहीं आया लोग इधर उधर भागने लगे हम लोग भी अपनी जान बचाने के लिए बड़ी नाला में कूदकर अपनी जान बचाई।कुछ ही मिनट में सेना के जवानों ने आकर नदी कि दूसरी छोर पर जाने को कहा हमलोग बारिश में भागते हुए दूसरी छोर पर आए ।अभी तक सभी का एक दूसरे से सम्पर्क टूट चुका था। फिर सेना के जवानों ने कहा कि आप सब पंचतरणी बेस कैंप की ओर जाए।फिर कुछ श्रद्धालु पंचतरणी की ओर घोर अंधेरा, पहाड़ी फिसलन रास्ते से बढ़ने लगे ।तभी रास्ते में राँची के तीन साथी मिले तो हिम्मत बढ़ा और सभी एक साथ मिलकर धीरे धीरे बढ़ने लगे।करीब 6 से 7 घंटे लगातार बारिश में चलने के बाद पंचतरणी बेस कैंप पहुंचे। वहां पर अन्य साथी के साथ मिलकर भाड़े के टेंट में रात गुजारी।फिर अगली सुबह हमलोग का फोन से सभी साथी से सम्पर्क हुआ।मालूम चला कि सभी साथी सुरक्षित है। जिसमे 8 बैग 7 से 8 मोबाइल और करीब 4 लाख रुपये पानी में बह गया। जिसकी सूचना हमलोग ने नजदीकी थाना को लिखित सूचना दी।इधर आर्मी वाले ने घोषणा कि कि मौसम ठीक है।आप लोग संगम की ओर से बालतल जा सकते है ।दूसरे दिन यानी 9 जुलाई को दिन भर चलने के बाद करीब 7 बजे शाम को सभी साथी एक स्थान में मिले और रात्रि विश्राम के बाद दूसरे दिन जम्मू माता वैष्णदेवी के दर्शन के लिए निकल पड़े।बताया कि टेंट रुके थे ,जहां लंगर में खाना खाए थे वो सब कुछ ही पल में आंखो के सामने पानी के तेज बहाव में बह गया था।बताया कि बाबा अमरनाथ की कृपा से सकुशल घर पहुँच गए हैं।शुक्रवार को राँची लौटने के बाद उन्होंने अपनी आप बीती सुनाई।
राँची रेलवे स्टेशन पर सभी श्रद्धालुओं का शुक्रवार को चुटिया नागरिकों द्वारा जोरदार स्वागत किया गया। ढोल नगाड़ों के साथ सभी श्रद्धालुओं को रेलवे स्टेशन से चुटिया थाना के पास आर के फार्मा दवा दुकान के सामने स्वागत समारोह स्थल लाया गया। जहाँ राँची के विधायक श्री सी पी सिंह ने सभी श्रद्धालुओं का पैर धोकर एवं माला पहनाकर स्वागत किये।सभी श्रद्धालुओं के सुरक्षित वापस आने पर भगवान भोलेनाथ का धन्यवाद किया और साथ ही उन्होंने भारतीय सेना को भी धन्यवाद दिया।अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं का नाम इस प्रकार है। विजय कुमार, नवीन कुमार सिंह, विराज, एडवर्ड सोरेन,सतेन्द्र रजक, बबलू, अविचल सिंह,अंकित सिंह, नवीन शर्मा, पवन कुमार, नवीन केशरी, विक्की सिंह, प्रफुल्ल कुमार,विनोद सिंह, मिथिलेश झा, अमित कुमार हैं।