देश में सबको लगेगी मुफ्त वैक्सीन,नवंबर तक 80 करोड़ लोगों को मिलेगा फ्री अनाज-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
राँची।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 जून को देश को संबोधित करते हुए एलान किया कि अब सभी को मुफ्त में कोविड वैक्सीन लगेगी। पीएम मोदी ने कहा कि 21 जून से 18 वर्ष से ऊपर सभी लोगों के लिए भारत सरकार मुफ्त वैक्सीन लगाएगी। इसके अलावा, मोदी सरकार ने प्राइवेट अस्पताल में वैक्सीन और एडमिनिस्ट्रेशन फीस की कैपिंग भी कर दी है।अब प्राइवेट हॉस्पिटल वैक्सीन पर अधिकतम 150 रुपये शुल्क ही चार्ज कर सकते हैं।दूसरी ओर,सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (PMGKY) का विस्तार करते हुए इसे नवंबर (दिवाली) तक कर दिया है।यानी, अब 80 करोड़ लोगों को दिवाली तक मुफ्त अनाज मिलेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि राज्यों के पास वैक्सीनेशन से जुड़ा 25 फीसदी काम था,जो अब केंद्र सरकार करेगी।अगले दो सप्ताह यानी 21 जून से देश के हर राज्य में 18 वर्ष से ऊपर सभी लोगों को भारत सरकार मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध कराएगी।देशवासियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज देश में 7 कंपनियां वैक्सीन का प्रोडक्शन कर रही हैं. तीन और वैक्सीन का ट्रायल तेजी से चल रहा है। इसके अलावा, देश में एक Nasal vaccine का भी ट्रायल चल रहा है. देश को अगर इस वैक्सीन से सफलत मिलती है तो इससे हमारे वैक्सीनेशन प्रोग्राम को रफ्तार मिलेगी।
देश को एक साल में मिली 2 स्वदेशी वैक्सीन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, भारत ने 1 साल के अंदर 2 मेड इन इंडिया कोविड वैक्सीन बना ली. भारत ने यह साबित कर दिया कि वह दुनिया में अब पीछे नहीं है. 7 जून की तारीख तक देश में 23 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की डोज दी जी चुकी हैं. पीएम ने कहा, कोरोना जैसे अदृश्य रूप बदलने वाले ‘दुश्मन’ के खिलाफ लड़ाई में सबसे बड़ा हथियार कोविड प्रोटोकॉल है. वैक्सीन हमारे लिए सुरक्षा कवच की तरह है. अभी हमारे पास भारत में बनी वैक्सीन नहीं होती तो भारत में क्या होता. आप पिछले 50-60 साल का देखेंगे तो पता चल जाएगा की दशकों लग जाते थे. पोलियो और हेपेटाइटिस बी के लिए वैक्सीन बनाने में भी दशकों लग गए. जिस तरह वैक्सीनेशन चल रहा था 2014 में अगर वैसे चलता तो 40 साल लग जाते. हमने मिशन इंद्रधनुष के तहत लोगों को वैक्सीन देने का कार्य किया और सिर्फ 5 साल में में ही वैक्सीनेशन 60 फीसदी से बढ़ कर 90 फीसदी हो गया।
दूसरी लहर में कई मोर्चों पर लड़ाई
पीएम मोदी ने कहा, वैश्विक महामारी के खिलाफ कई मोर्चों पर हमारा देश एक साथ लड़ा. भारत के इतिहास में कभी भी इतनी बड़ी मात्रा में ऑक्सीजन की जरूरत नहीं पड़ी. सरकार के सभी तंत्र लगे. दुनिया भर से जो कुछ भी उपलब्ध कराया जा सकता था लाया गया. जरूरी दवाओं का प्रोडक्शन बढ़ाया गया. कोरोना की दूसरी लहर और दूसरी लहर से भारतवासियों की लड़ाई जारी है। भारत इस महामारी के दौरान बहुत दुःख से गुजरा है। भारत ने बहुत से अपने परिजनों को खोया है. ऐसे परिवारों के साथ मेरी पूरी संवेदना है. बीती 1 वर्षों में यह सबसे बड़ी महामारी है।कोरोना से लड़ने के लिए देश में एक नया हेल्थ स्ट्र्क्चर बनाया गया है. अप्रैल और मई में ऑक्सीजन की डिमांड अकल्पनीय रूप से बढ़ गई।लिक्विड ऑक्सीजन की सप्लाई 10 गुना से ज्यादा बढ़ाई गई. देश के हर कौने से जो कुछ भी उपलब्ध हो सकता था वो लाया गया।
काबू में आ रहा कोरोना संक्रमण
मई के आखिरी हफ्ते से कोरोना के मामलों में कमी आती दिखाई दे रही है।कोरोना के एक्टिव मामले 15 लाख से नीचे आ गए हैं।अब अस्पतालों में आईसीयू बेडों को लेकर पहले की तरह मारामारी नहीं है।पहले जहां देश में तीन से चार लाख रोज केस आते थे,अब घटकर करीब एक लाख केस रोज आ रहे हैं. सोमवार को कोरोना के कुल 1,00,636 नए मामले दर्ज हुए।इस वक्त देश में 2,89,09,975 लोग संक्रमित हो चुके हैं।