ऑपरेशन सिंदूर 2:भारत ने फिर पाकिस्तान को किया धुआं धुआं…भारत की चेतावनी-पाक को आज जवाब दिया, फिर हमला किया तो अंजाम भुगतेगा…

 

नई दिल्ली।भारत ने गुरुवार को पाकिस्तान के हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया है। आज हुई कार्रवाई को लेकर विदेश मंत्रालय ने जानकारी साझा की है। विदेश मंत्रालय की इस प्रेस कॉन्फेंस को कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह और विदेश सचिव विक्रम मिसरी शामिल हुए। कर्नल सोफिया ने बताया कि, गुरुवार को भारत के सीमावर्ती राज्यों के कई ठिकानों को निशाना बनाया था। जिसे नाकाम कर दिया गया था। इन हमलों में ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया था।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा, ’07 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर पर प्रेस ब्रीफिंग के दौरान, भारत ने अपनी प्रतिक्रिया को केंद्रित, मापा हुआ और गैर-बढ़ावा देने वाला बताया था। यह विशेष रूप से उल्लेख किया गया था कि पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया था। यह भी दोहराया गया था कि भारत में सैन्य ठिकानों पर कोई भी हमला उचित जवाब को आमंत्रित करेगा। 07-08 मई 2025 की रात को, पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग करके अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नल, फलौदी, उत्तरलाई और भुज सहित उत्तरी और पश्चिमी भारत में कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की। इन्हें एकीकृत काउंटर यूएएस ग्रिड और एयर डिफेंस सिस्टम द्वारा बेअसर कर दिया गया। इन हमलों के मलबे अब कई स्थानों से बरामद किए जा रहे हैं जो पाकिस्तानी हमलों को साबित करते हैं।”

 

कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा, “आज सुबह, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में कई स्थानों पर वायु रक्षा रडार और प्रणालियों को निशाना बनाया। भारत की प्रतिक्रिया पाकिस्तान की तरह ही समान क्षेत्र में और समान तीव्रता के साथ रही है। विश्वसनीय रूप से पता चला है कि लाहौर में एक वायु रक्षा प्रणाली को निष्प्रभावी कर दिया गया है…”

विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया था। जबकि पाकिस्तान ने सात-आठ मई को उत्तरी और पश्चिमी भारत में कई ठिकानों पर ड्रोन हमले करने प्रयास किया गया। इसे वायु रक्षा प्रणालियों ने निष्क्रिय किया। यह पाकिस्तानी हमलों का प्रमाण है। इसके जवाब में भारत ने लाहौर में एक वायु रक्षा प्रणाली को निष्क्रिय किया।

कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान ने एलओसी पर गोलीबारी बढ़ा दी है। इसमें 15 लोगों की मौत हो गई। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि भारत ने करारा जवाब दिया है। पाकिस्तान के रडार सिस्टम को हमने निशाना बनाया। लाहौर का एयर डिफेंस सिस्टम नष्ट कर दिया गया। पहलगाम हमले का भारतीय सेना ने जवाब दिया है।

विक्रम मिस्री ने कहा कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री और पूर्व विदेश मंत्री ने माना है कि उनका आतंकी संगठनों के साथ कैसा रिश्ता है। उनकी छवि आतंक समर्थक की है। पाकिस्तान पहलगाम हमले की जांच की मांग कर रहा है, हम सभी को पाकिस्तान का इतिहास पता है। हम पहले भी आतंकी हमलों की जांच के सारे सबूत दे चुके हैं। मुंबई, पुलवामा, पठानकोट के हमलों को लेकर भी हमने सबूत दिए थे, लेकिन कुछ नहीं हुआ। पाकिस्तान ने हमेशा आतंकियों का बचाव किया है।

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि सात मई को केवल आतंकी शिविरों को ही निशाना बनाया गया। हमने किसी सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया है। पाकिस्तान ने भारत के पुंछ में सिख गुरुद्वारे पर हमला किया। सिख समुदाय को निशाना बनाया। इसमें तीन लोगों की मौत हो गई। हम इसकी निंदा करते हैं। विदेश सचिव ने कहा कि वैश्विक आतंकवाद के केंद्र के रूप में पाकिस्तान की प्रतिष्ठा कई उदाहरणों में निहित है। मुझे यह याद दिलाने की जरूरत नहीं है कि ओसामा बिन लादेन कहां पाया गया था और किसने उसे शहीद कहा था। पाकिस्तान बड़ी संख्या में संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादियों और कई देशों द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादियों का भी घर है।

पाकिस्तान के जन्म लेते ही झूठ शुरू हो गया था

विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि भारत ने तनाव नहीं बढ़ाया है, जवाब दिया है। हर धर्म के लोगों ने पाकिस्तान की निंदा की है। सिंधु जल संधि का भारत ने छह दशकों तक सम्मान किया है। इतने तनाव के बीच हमने धैर्य और सहनशीलता से संधि को बरकरार रखा है। जबकि पाकिस्तान हर समझौते की राह में रोड़ा बनता रहा है। सिंधु जल संधि में पाकिस्तान का कभी सहयोग नहीं रहा। हर हिमाकत का पाकिस्तान खुद जिम्मेदार होगा। पाकिस्तान प्रोपेगेंडा फैला रहा है।पाकिस्तान के जन्म लेते ही झूठ शुरू हो गया था। संयुक्त राष्ट्र से भी पाकिस्तान ने झूठ बोला। बाद में उनको मुंह की खानी पड़ी।

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि यह अजीब है कि पाकिस्तान में नागरिकों के अंतिम संस्कार उनके राष्ट्रीय ध्वज में लिपटे ताबूतों के साथ किए जा रहे हैं और राजकीय सम्मान दिया जा रहा है, जबकि मारे गए लोग आतंकी थे। आतंकियों को राजकीय अंतिम संस्कार देना पाकिस्तान में एक प्रथा हो सकती है, लेकिन यह हमारे लिए बहुत मायने नहीं रखती।

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