चाचा ने इकलौते भतीजे को इसलिए मार डाला कि भविष्य में ना हो जमीन का बंटवारा

 

 

साहिबगंज।झारखण्ड के साहिबगंज जिले में जमीन की खातिर रिश्ते को शर्मसार करने की घटना सामने आयी है।जहां, एक चाचा ने अपने ही 9 वर्षीय इकलौते भतीजे को बहला-फुसला कर सुनसान जगह ले जाकर पत्थर से कूचकर मार डाला है। मामले का खुलासा गुरुवार को बरहरवा अनुमंडल पुलिस कार्यालय में बरहरवा एसडीपीओ नितिन खंडेलवाल ने आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया। एसडीपीओ श्री खंडेलवाल ने बताया कि बीते 11 मई की शाम करीब 5:30 बजे पुलिस को सूचना मिली कि रांगा थाना क्षेत्र के कुसुमपोखर व शहरी गांव के बीच एक सुनसान कैनाल के पुल पर हत्या कर बच्चे के शव को फेंक दिया है।सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया। शव की पहचान कुसुमपोखर (खोखरोटोला) गांव निवासी नटवा सोरेन के 9 वर्षीय पुत्र रसका सोरेन के रूप में हुई। पुलिस ने पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम हेतु राजमहल अनुमंडल अस्पताल भेज दिया एवं मामले में मृतक की माँ जसमी टुडू की शिकायत पर थाना में धारा 103(1)/3(5) बीएनएस के तहत कांड संख्या 55/25 दर्ज कर लिया।

एसपी के निर्देश पर बरहरवा एसडीपीओ के नेतृत्व में पुलिस हत्या की गुत्थी सुलझाने में जुट गयी।इस दौरान शक के आधार पर पुलिस ने पूछताछ के लिए मृतक के चाचा लीलह सोरेन (28) को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने हत्या करने की बात स्वीकार कर ली।जिसके बाद उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त पत्थर बरामद कर लिया गया।एसडीपीओ श्री खंडेलवाल ने बताया कि गिरफ्तार युवक को न्यायिक हिरासत में राजमहल जेल भेज दिया गया है।

जानकारी के अनुसार, मृतक रसका सोरेन के दादाजी रसका सोरेन की मृत्यु पर मंगलवार को श्राद्ध कर्म होना था। इसे लेकर आपस में बैठक हुई थी। जिसमें मृतक के चाचा (आरोपी) व पिताजी के बीच बकझक हुई थी। इसके बाद लीलह ने अपने भाई नटवा सोरेन के पुत्र व अपने भतीजे को ही मार डालने का प्लान बनाया।उसने सोचा कि इकलौता बेटा है, अगर जिंदा रहेगा तो आगे चलकर जमीन का बंटवारा होगा।इसीलिए, उसे बहला-फुसला कर दोपहर करीब 12 बजे सुनसान जगह पर ले गया और पत्थर से कूचकर हत्या कर दिया।प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रांगा थाना प्रभारी अखिलेश कुमार यादव, पुअनि गौरव कुमार, सअनि कामेश्वर मरांडी, अरविंद सोरेन सहित अन्य मौजूद थे।

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