शव के साथ सड़क जाम करने वाले विद्यार्थियों पर आधी रात को जमकर बरसी लाठी…हंगामे में सीओ और आठ पुलिसकर्मी सहित कई छात्र घायल…

राँची।जिले के मंडर थाना क्षेत्र अंतर्गत राँची-मेदिनीनगर मुख्य पथ पर निर्माणाधीन मुरगू पुल के पास बुधवार को सड़क हादसे में सीयूजे के छात्र-छात्रा का शव गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया गया।दोनों विद्याथिर्यों के शव को लेकर उनके परिजन बंगाल चले गए।इससे पहले सड़क हादसे के बाद विभिन्न मांगों को लेकर शव के साथ लगभग 15 घंटे तक राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर बैठे छात्रों को हटाने के लिए बुधवार की देर रात करीब 12 बजे पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।लाठीचार्ज में कई छात्रों को चोटे आई हैं। कुछ छात्रों का इलाज विश्वविद्यालय परिसर में हुआ और कुछ का इलाज बाहर कराया गया।वहीं मांडर सीओ चंचला कुमारी सहित आठ पुलिसकर्मियों को भी चोट लगी है जिनका इलाज रेफरल अस्पताल मांडर में कराया गया।मिली जानकारी अनुसार सीओ का इलाज जारी है।

इधर जिस ट्रक की चपेट में आने से दोनों विद्यार्थियों की मौत हुई थी उसके चालक रकीब अंसारी चान्हो थाना क्षेत्र के पकरियो निवासी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।बता दें सड़क जाम के दौरान छात्रों और जिला प्रशासन के लोगों के बीच कई दौर की बातचीत हुई, परंतु कोई सफलता नहीं मिली और छात्र अपनी मांगों पर अड़े रहे।अंत में सड़क जाम हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर देर रात छात्रों को हटाया।इस दौरान कई छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए है।छात्रों का कहना है कि पुलिस ने कई छात्रों को पकड़ लिया उसके बाद उसे बेरहमी से मारा है।हादसे का शिकार मृतक देबनाथ मंडल पिता कन्हाई मंडल पश्चिम बंगाल के सुंदरवन और ऐश्वर्या बसाक पिता श्यामल बसाक हावड़ा के निवासी थे।

इधर सड़क जाम और सड़क पर हंगामा को लेकर दोनों ही तरफ से प्राथमिकी दर्ज कराने की तैयारी की जा रही थी। हालांकि देर शाम तक प्राथमिकी दर्ज नहीं हो पाई थी। घटनाक्रम के दौरान मांडर सीओ चंचला कुमारी वहां मजिस्ट्रेट के तौर पर तैनात थीं और उनके घायल होने के कारण प्रशासन की ओर से प्राथमिकी दर्ज नहीं हो पाई थी। सीओ ने फोन करने पर भी कोई जवाब नहीं दिया। दूसरी ओर सीयूजे प्रबंधन की ओर से स्थानीय थाने में आवेदन नहीं पहुंच पाया था।

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