लातेहार:दहशत फैलाने के लिए अपराधियों ने की थी मुंशी की हत्या, हथियार समेत 5 अपराधी गिरफ्तार…
लातेहार।झारखण्ड के लातेहार जिला पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए मुंशी हत्याकांड का खुलासा किया है। पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल 5 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है।अपराधियों के पास से तीन देसी राइफल और हत्या में प्रयुक्त टांगी भी बरामद किया गया है। गिरफ्तार अपराधियों में भुवनेश्वर सिंह, रमेश सिंह, छोटेलाल उरांव, रामचंद्र उरांव और सनोज उरांव शामिल हैं सभी आरोपी लातेहार के रहने वाले हैं।
बता दें 26 दिसंबर को अपराधियों ने सदर थाना क्षेत्र के उलगाड़ा गांव निवासी बाल गोविंद सिंह की हत्या धारदार हथियार से मारकर कर दी थी। बाल गोविंद साव पुल निर्माण कार्य में मुंशी का कार्य करता था। वह अपने गांव का वार्ड सदस्य भी था।बताया जाता है कि अपराधियों के द्वारा पुल निर्माण कंपनी से लेवी की मांग की जा रही थी ।रंगदारी नहीं मिलने से नाराज होकर अपराधी रात में निर्माण स्थल पर पहुंचे और वहां पर तैनात गार्ड बाल गोविंद साहू को पकड़ लिया और उसकी बेरहमी से हत्या कर दी थी। अपराधियों के द्वारा घटनास्थल पर एक उग्रवादी संगठन का पर्चा भी छोड़ गया था।
इधर शनिवार को प्रेस वार्ता करते हुए एसपी कुमार गौरव ने बताया कि हत्याकांड की सूचना के बाद पुलिस ने पूरे मामले की छानबीन आरंभ कर दी थी। डीएसपी अरविंद कुमार और थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दुलड़ चौड़े के नेतृत्व में पुलिस ने पूरे मामले की छानबीन साइंटिफिक तरीके से आरंभ की। पुलिस ने इस दौरान घटना में शामिल 5 आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।गिरफ्तार आरोपियों के निशानदेही पर तीन देसी राइफल के अलावे हत्या में प्रयुक्त टांगी भी बरामद किया गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से जब पूछताछ की गई तो उन्होंने अपना अपराध भी स्वीकार किया।आरोपियों ने पुलिस को बताया कि क्षेत्र में दहशत कायम करने के लिए इस प्रकार की घटना को अंजाम दिया गया था।
अपराधियों ने फर्जी तरीके से उग्रवादी संगठन के नाम का पर्चा भी फेंका था।एसपी ने बताया कि हत्या में कुछ अन्य आरोपी भी शामिल थे।जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस के द्वारा लगातार छापेमारी की जा रही है। छापेमारी दल में डीएसपी अरविंद कुमार के अलावे पुलिस इंस्पेक्टर दुलड़ चौड़े, सब इंस्पेक्टर विक्रांत कुमार उपाध्याय, भागीरथ पासवान, मनोज कुमार रमाकांत गुप्ता, राहुल सिंह, सुरेंद्र कुमार महतो समेत अन्य पुलिस अधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण रही।