Ranchi:एनआईए ने गोलीबारी,आगजनी और रंगदारी मामले में जेल में बंद अपराधी अमन साहू के भाई को किया गिरफ्तार

राँची।राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कोयला खदान में गोलीबारी, आगजनी और जबरन वसूली मामले में जेल में बंद अपराधी अमन साहू के भाई आकाश साहू को गिरफ्तार किया। एनआईए ने अमन साहू गिरोह के शंकर यादव के खिलाफ आरोप पत्र दायर किए जाने के एक दिन बाद आकाश कुमार साहू गिरफ्तार किया। आकाश इस मामले में गिरफ्तार होने वाला 26वां आरोपी है।

एनआईए ने जांच में पाया कि आकाश साहू, शंकर यादव और अन्य के साथ अमन साहू के लिए जबरन वसूली के पैसे को ठिकाने लगाने में सक्रिय रूप से शामिल था।आकाश ने जबरन वसूली से एकत्र किए गए धन को रियल एस्टेट में निवेश करने के लिए शंकर के साथ शामिल हो गया था।एनआईए की जांच के अनुसार, आकाश अमन साहू गिरोह के कई महत्वपूर्ण सदस्यों को रसद और अन्य सहायता प्रदान कर रहा था।

यह मामला मूल रूप से लातेहार जिले स्थित तेतरियाखाड़ कोयला खदान पर हमले के बाद 19 दिसंबर 2020 को लातेहार जिले के बालूमाथ थाना में मामला में दर्ज किया गया था।अमन साहू ने गैंगस्टर सुजीत सिन्हा और अन्य के साथ मिलकर लेवी वसूली और कोलियरी में परिचालन को बाधित करने की साजिश रची थी, और उसी को लेकर हमले की योजना बनाई थी।अमन साहू गिरोह झारखण्ड में पुलिस अधिकारियों और जेल कर्मचारियों पर गोलीबारी सहित कई सनसनीखेज अपराधों में शामिल रहा है। अमन साहू के मुख्य निशाने पर कारोबारी और ठेकेदार रहे हैं। गिरोह ने अपनी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए राज्य के बाहर अलग-अलग नक्सली संगठनों और अन्य संगठित आपराधिक गिरोहों के साथ भी संबंध विकसित किए हैं।इस मामले में आगे की जांच जारी है।

पीएलएफआइ के द्वारा जबरन लेवी वसूली को लेकर एनआईए की खूंटी में छापेमारी

इधर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को पीएलएफआई के द्वारा लेवी वसूली मामले को खूंटी में दो जगहों पर छापामारी की। इस दौरान एनआईए ने कई आपत्तिजनक डिजिटल उपकरण और दस्तावेज जब्त किए गए।यह मामला झारखण्ड, बिहार, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में पीएलएफआई कैडरों द्वारा विभिन्न कोयला व्यापारियों, ट्रांसपोर्टरों, रेलवे ठेकेदारों, व्यापारियों से पैसे की जबरन वसूली से संबंधित है। पीएलएफआइ उग्रवादियों ने व्यवसायियों और ठेकेदारों के बीच आतंक पैदा करने के उद्देश्य से हत्या, आगजनी और हिंसक हमलों सहित विभिन्न हिंसक गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश भी रची थी।मामले आरसी-04/2023/एनआईए/आरएनसी में आगे की जांच जारी है।