Ranchi:दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने गया था युवक,अचानक लापता हो गया,दूसरे दिन नदी में मिला शव…
राँची।जिले के मैक्लुस्कीगंज थाना क्षेत्र के कुवांर पतरा चट्टी नदी से 29 वर्षीय छात्र आशुतोष सोनल हेरेंज का शव बरामद किया गया। यूडी के तहत मामला दर्ज।मैक्लुस्कीगंज में पिकनीक मनाने गए युवक के शव को 17 घंटे बाद बरामद किया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार आशुतोष सोनल हेरेंज(मृतक) अपने अन्य चार दोस्तों (जिनमें बरियातू राँची निवासी 29 वर्षीय आकाशदीप डुंगडुंग,नामकुम निवासी एलेन लेबलोंद उम्र 29, बेल बगान लोवाडीह निवासी 29 वर्षीय अनुराग कुजूर व चुटिया निवासी राहुल कुमार शामिल हैं।) ये सभी राँची से मैक्लुस्कीगंज घूमने व पिकनिक मनाने के लिए गए हुए थे।
पिकनिक मनाने के बाद बुधवार को लगभग साढ़े तीन बजे के बाद आशुतोष सोनल हेरेंज पिकनिक स्पॉट से ही मिसिंग था। काफी खोजबीन के बाद दूसरे दिन गुरुवार को 17 घंटे बाद मैक्लुस्कीगंज पुलिस की मौजूदगी में स्थानीय युवकों की मदद से आशुतोष सोनल हेरेंज का शव को नदी से बाहर निकाला गया।
परिजनों के पहुंचने के बाद पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई कर शव को पोस्टमार्टम हेतु रिम्स रांची भेज दिया।मामले को लेकर मैक्लुस्कीगंज थाना में यूडी केस दर्ज किया गया है।
घटना के सम्बंध में मृतक के मित्र 29 वर्षीय आकाश डुंगडुंग ने बताया कि वह पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है।वह और आशुतोष सोनल हेरेंज(मृतक) पहली बार मैक्लुस्कीगंज आये थे।जबकि अन्य तीन दोस्त पहले भी मैक्लुस्कीगंज आ चुके हैं। बताया कि बुधवार को पांचो मित्र मैक्लुस्कीगंज पहुंचे, यहां पर एक अन्य मित्र निशित खलखो को लेकर सभी कुवांर पतरा स्थित चट्टीनदी पहुंचे।घूमने के बाद सभी ने मिलकर मुर्गा बनाया और साथ में खाया।इसी बीच निशित खलखो बाजार जाने की बात कह कर घर चला गया। संध्या लगभग चार बजे लौटने के क्रम में पांचो मित्र में एक आशुतोष नहीं था। काफी खोजबीन के बाद भी कुछ पता नहीं चला।
मैक्लुस्कीगंज निवासी निशित खलखो व स्थानीय पुलिस को दिया गया।देर रात तक प्रशासन के प्रयास के बाद भी अशुतोष का पता नहीं चल सका।गुरुवार की सुबह एक बार पुनः चट्टीनदी जाकर जांच पड़ताल शुरू किया गया। इसी क्रम में स्थानीय युवकों के सहयोग से लापता छात्र आशुतोष सोनल हेरेंज का शव उक्त नदी से बरामद किया गया।
मृतक के पिता सरोज सुभाष हेरेंज ने बताया कि आशुतोष हिम्मती व मेहनती लड़का था। वह ग्रैजुएशन की पढ़ाई कर जेपीएससी की तैयारी कर रहा था।दोस्तों के बीच कभी कोई विप्पति या परेशानी होने पर उनके अभिभावक हमेशा आशुतोष (मृतक)को बुलाते थे। मैक्लुस्कीगंज घूमने जाने व पिकनिक मनाने की बात भी आशुतोष ने घर में बताया था। इस तरह उसकी मौत की खबर से बेहद दुखी हूं।