राँची में उत्पाद विभाग की बड़ी कार्रवाई…नकली अवैध शराब की फैक्ट्री का किया भंडाफोड़..लाखों के अवैध शराब जब्त,चार गिरफ्तार…

राँची।जिले के ओरमांझी थाना क्षेत्र में उत्पाद विभाग की टीम ने नकली शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है भारी मात्रा में अवैध नकली शराब जब्त की गई है।इस मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है।यह कार्रवाई सहायक उत्पाद आयुक्त अरुण कुमार मिश्रा के निर्देश पर हुई है। छापेमारी दल में शामिल पदाधिकारियों ने बताया कि किराए के मकान में बड़े स्तर पर शराब की रिफिलिंग की जा रही थी।इसके लिए एक मशीन भी रखी गई थी।घटनास्थल से लाखों की शराब जब्त हुई है।सहायक उत्पाद आयुक्त अरुण कुमार मिश्रा ने बताया कि उत्पाद विभाग की टीम गुप्त सूचना के आधार पर जब छापेमारी करने एक घर में घुसी तो वहां की व्यवस्था देख भौंचक रह गई। उस मकान में महंगी शराब की खाली बोतलों का ढेर लगा हुआ था।महंगी शराब की बोतलों में सस्ती शराब भरकर नए सिरे से बोतलों को सील किया जाता था। यह धंधा कुछ महीना पहले ही शुरु हुआ था।

नकली फैक्ट्री में करीब 45 लाख रुपये की शराब जब्त की गई है। शराब के अतिरिक्त जब्त की गई सामग्री में 1000 से अधिक खाली बोतल, पानी रखनेवाले 20 लीटर के 40 जार में रंगीन शराब और लगभग 400 पेटी विभिन्न कंपनी की विदेशी शराब और पैकिंग करनेवाली मशीन शामिल है। वहीं चार धंधेबाज को फैक्ट्री से गिरफ्तार कर लिया जबकि इस धंधे में शामिल कई अन्य फरार हैं।गिरफ्तार आरोपियों में पंकज कुमार शर्मा, आकाश कुमार, अभिषेक कुमार, पवन शर्मा उर्फ अभिषेक और फरार आरोपियों में राहुल कुमार सहित अन्य लोग शामिल हैं। सभी बिहार के औरंगाबाद और जहानाबाद के निवासी हैं।

उत्पाद विभाग के निरीक्षक रजनीश कुमार ने बताया कि सहायक उत्पाद आयुक्त अरुण कुमार को सूचना मिली थी कि ओरमांझी में अंचल कार्यालय के पीछे रेनबो सेवन नामक आवासीय परिसर में किराए का मकान लेकर शराब की फैक्ट्री चलाई जा रही है। इसके बाद उत्पाद निरीक्षक के नेतृत्व में टीम गठित कर छापेमारी की गई, जहां बड़ी मात्रा में कार्टून और बड़े झोला में शराब भरी थी।

पूछताछ करने पर चारों आरोपियों ने बताया कि मकान को किराए पर लेकर बोकारो से शराब लाकर यहां पैकिंग की जाती है और बिहार भेजी जाती है। उत्पाद विभाग की टीम शराब और जब्त सामान को राँची लेकर आई। शराब की फैक्ट्री जब्त करनेवाली टीम में उत्पाद निरीक्षक रजनीश कुमार, अवर निरीक्षक प्रकाश मिश्र, पंकज कुमार, दिलीप शर्मा, स्नेहा आशीष सेन आदि शामिल थे।

उत्पाद विभाग ने 400 पेटी विभिन्न ब्रांड की विदेशी शराब, 40 जार में रंगीन शराब, पैकिंग करनेवाली मशीन, बोतल में शराब भरनेवाली मशीन, सील करनेवाली मशीन, विभिन्न कंपनी की खाली बोतल, रेपर, ढक्कन, खाली जार, एक कार, एक वैन जो कहीं शराब लेकर गई थी। इसके अतिरिक्त बोतल में शराब भरने के लिए किप समेत अन्य सामग्री बरामद किए है।

बताया जाता है कि ओरमांझी में जिस किराए के मकान में उत्पाद विभाग ने छापेमारी कर शराब बनाने की फैक्ट्री पकड़ी है वह मकान गोपेश कुमार का है। गोपेश बोकारो से यहां आकर मकान बनाकर किराए पर शराब फैक्ट्री खोलने के लिए दिया था। उप्ताद विभाग के अधिकारी उसे भी खोज रहे हैं।गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि शराब को ट्रक और छोटे मालवाहक वाहन से बोकारो से ओरमांझी लाई जाती है। यहां विभिन्न ब्रांड की बोतल कबाड़ी दुकान से लेकर उसी से संबंधित ब्रांड की शराब डाली जाती थी। पैकिंग के बाद बिहार के विभिन्न जिलों में शराब बेची जाती है। हालांकि फैक्ट्री संचालक ने यह नहीं बताया कि बोकरो में कहां से शराब लाई जाती है।ओरमांझी की विभिन्न कबाड़ी दुकान से विदेशी शराब की फैक्ट्री चलाने वाले लोग खाली बोतल की खरीदारी करते थे। उसी बोतल में शराब भरकर बेचते थे। कबाड़ी दुकानदार खाली बोतल ग्राहकों से खरीदता था।

 

 

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