ऑपरेशन सिंदूर:पाकिस्तान ने तुर्किए के ड्रोन का किया इस्तेमाल, 36 लोकेशन को किया था टारगेट, प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलीं कर्नल कुरैशी….

 

नई दिल्ली। भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ (Operation Sindoor) से बौखलाकर पाकिस्तान की सेना ने गुरुवार रात भारत के उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों (Northern and Western Regions) में कई सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमलों की कोशिश की। लेकिन भारत ने S-400 एयर डिफेंस सिस्टम (S-400 Air Defense System) के जरिए इन हमलों को नाकाम कर दिया। इस घटनाक्रम से जुड़ी जानकारी विदेश मंत्रालय की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी गई।

भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने शुक्रवार को कहा कि प्रारंभिक जांच में पाकिस्तानी सेना द्वारा किए गए हमलों में तुर्की के ड्रोन का मलबा मिला है। कर्नल कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने पश्चिमी सीमाओं पर 36 स्थानों पर सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला करने का प्रयास किया था।

विदेश मंत्रालय की ओर से शाम साढ़े 5 बजे प्रेस ब्रीफिंग की गई। इस दौरान विदेश सचिव विक्रम मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर नई जानकारी दी। कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान ने एलओसी पर भारी गोलीबारी की। घुसपैठ की कोशिश की गई। तंगधार, उरी और उधरपुर में भारी गोलीबारी हुई। पाकिस्तान की गोलीबारी से नुकसान हुआ है। उन्होंन तस्वीर दिखाते हुए कहा कि भारतीय वायुसेना ने भारी संयम दिखाया है।

कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा, ‘7 और 8 मई की रात को पाकिस्तानी सेना ने सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के इरादे से पूरी पश्चिमी सीमा पर कई बार भारतीय हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया। इतना ही नहीं, पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा पर भारी कैलिबर के हथियारों से भी गोलीबारी की। 36 स्थानों पर घुसपैठ की कोशिश करने के लिए लगभग 300 से 400 ड्रोन का इस्तेमाल किया गया।

भारतीय सशस्त्र बलों ने गतिज और गैर-गतिज साधनों का उपयोग करके इनमें से कई ड्रोन को मार गिराया। इस तरह के बड़े पैमाने पर हवाई घुसपैठ का संभावित उद्देश्य वायु रक्षा प्रणालियों का परीक्षण करना और खुफिया जानकारी एकत्र करना था। ड्रोन के मलबे की फोरेंसिक जांच की जा रही है। शुरुआती रिपोर्टों से पता चलता है कि वे तुर्की असिसगार्ड सोंगर ड्रोन हैं।’ कर्नल कुरैशी ने कहा, ‘लेह से लेकर सर क्रीक तक पाकिस्तानी सेना ने घुसपैठ के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया।’

कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान ने बठिंडा के सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की, जिसे निष्क्रिय कर दिया गया और जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के एक AD राडार को तबाह कर दिया गया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने एलओसी पर गोलीबारी की, जिसके बाद भारत द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान को काफी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपने नागरिक विमानों को ढाल की तरह इस्तेमाल कर रहा है। लेकिन, भारत ने संयम बरतते हुए पाकिस्तान के Airbus 320 को उड़ने दिया, उसे किसी तरह की क्षति नहीं पहुंचाई।

भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा, ‘पाकिस्तान ने 7 मई को शाम 08:30 बजे एक असफल अकारण ड्रोन और मिसाइल हमला करने के बावजूद अपना नागरिक हवाई क्षेत्र बंद नहीं किया। पाकिस्तान नागरिक विमान को ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है, यह अच्छी तरह से जानते हुए कि भारत पर उसके हमले से देश को तेजी से हवाई रक्षा प्रतिक्रिया मिलेगी।

यह भारत और पाकिस्तान के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास उड़ान भरने वाले अंतरराष्ट्रीय विमानों सहित अनजान नागरिक विमानों के लिए सुरक्षित नहीं है। हमने अभी जो स्क्रीनशॉट दिखाया है, उसमें पंजाब सेक्टर में उच्च वायु रक्षा चेतावनी स्थिति के दौरान एप्लीकेशन फ्लाइट रडार 24 का डेटा दिखाया गया है। जैसा कि आपने देखा है, हमारे घोषित बंद के कारण भारतीय पक्ष का हवाई क्षेत्र नागरिक हवाई यातायात से पूरी तरह से रहित है। हालांकि, कराची और लाहौर के बीच हवाई मार्ग पर नागरिक विमान उड़ान भर रहे हैं। भारतीय वायु सेना ने अपनी प्रतिक्रिया में काफी संयम दिखाया है, जिससे अंतरराष्ट्रीय नागरिक वाहकों की सुरक्षा सुनिश्चित हुई है।’

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ उकसावे वाली सैन्य कार्रवाई करते हुए कंधार, उरी, पुंछ, राजौरी, अखनूर और उधमपुर जैसे एलओसी से सटे क्षेत्रों में गोलाबारी की है। इस हमले में भारतीय सुरक्षाबलों को कुछ नुकसान हुआ और चोटें पहुंची हैं, हालांकि जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना को भी बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है।

मिसरी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने ड्रोन हमले की असफल कोशिश करने के बावजूद अपने नागरिक हवाई क्षेत्र को बंद नहीं किया, जो कि एक खतरनाक और गैर-जिम्मेदाराना कदम है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान नागरिक विमानों को ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है, जिससे न केवल पाकिस्तान बल्कि इंटरनेशनल फ्लाइट्स की सुरक्षा भी खतरे में पड़ गई है।

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, ‘पाकिस्तान द्वारा गुरुवार रात की गई ये भड़काऊ और आक्रामक कार्रवाइयां भारतीय शहरों और नागरिक बुनियादी ढांचे के अलावा सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाकर की गईं। भारतीय सशस्त्र बलों ने आनुपातिक, पर्याप्त और जिम्मेदारी से जवाब दिया। पाकिस्तान द्वारा किए गए इन हमलों का पाकिस्तानी राज्य मशीनरी द्वारा आधिकारिक और स्पष्ट रूप से हास्यास्पद खंडन उनके कपट और नई गहराई का एक और उदाहरण है।’

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, ‘अपनी हरकतों को स्वीकार करने के बजाय पाकिस्तान ने यह बेतुका और अपमानजनक दावा किया कि भारतीय सशस्त्र बल अमृतसर जैसे अपने ही शहरों को निशाना बना रहे हैं और पाकिस्तान पर दोष मढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। जैसा कि उनके इतिहास से पता चलता है, वे ऐसी हरकतों में पारंगत हैं। पाकिस्तान ने गलत सूचना फैलाई कि भारत ने ड्रोन हमले के जरिए नानकम साहिब गुरुद्वारे को निशाना बनाया, जो कि सरासर झूठ है। पाकिस्तान सांप्रदायिक विवाद पैदा करने के इरादे से स्थिति को सांप्रदायिक रंग देने की पूरी कोशिश कर रहा है।’

करतारपुर साहिब कॉरिडोर चालू है या नहीं, इस सवाल पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य को देखते हुए, करतारपुर साहिब कॉरिडोर की सेवाएं अगले निर्देश तक निलंबित कर दी गई हैं।

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, ‘डॉ. एस जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री से बातचीत की। चर्चा का केंद्र पहलगाम में आतंकवादी हमला और उसके बाद 7 मई को भारत द्वारा की गई प्रतिक्रिया थी। विदेश मंत्री ने इन घटनाक्रमों पर मंत्री के साथ अपने विचार साझा किए। मंत्री ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ काम करने की अमेरिका की प्रतिबद्धता की गहराई से सराहना की और उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के संबंध में भारत द्वारा उठाए गए लक्षित उपायों को भी रेखांकित किया।

मंत्री ने यह भी रेखांकित किया कि भारत वहां (पाकिस्तान) से किसी भी तरह की आक्रामकता को बढ़ाने के प्रयासों का दृढ़ता से मुकाबला करेगा। विदेश मंत्री ने आज ब्रिटेन के विदेश मंत्री से बातचीत की, वहां भी चर्चा आतंकवाद का मुकाबला करने पर केंद्रित थी, जिसके लिए शून्य सहिष्णुता होनी चाहिए। मुझे लगता है कि अभी कुछ समय पहले ही। विदेश मंत्री ने नॉर्वे के विदेश मंत्री से भी बात की है।’

पाकिस्तान द्वारा LOC पर स्कूलों और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाए जाने पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, ‘7 मई की सुबह LOC पर भारी गोलाबारी के दौरान, पाकिस्तान की ओर से दागा गया एक गोला पुंछ में क्राइस्ट स्कूल के ठीक पीछे आकर गिरा। गोला स्कूल के दो छात्रों के घर पर लगा, जिन्होंने दुर्भाग्य से अपनी जान गंवा दी और उनके माता-पिता घायल हो गए। पाकिस्तान द्वारा की गई गोलाबारी के दौरान स्कूल के कई कर्मचारियों और स्थानीय लोगों ने स्कूल के एक भूमिगत हॉल में शरण ली। सौभाग्य से स्कूल बंद था अन्यथा और अधिक नुकसान हो सकता था। पाकिस्तान गुरुद्वारों, चर्चों और मंदिरों सहित एक विशेष डिजाइन वाले पूजा स्थलों को निशाना बना रहा है और उन पर गोलाबारी कर रहा है। यह पाकिस्तान के लिए एक नया निचला स्तर है।

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