साहिबगंज में पुलिस जवान की हत्या…! संदिग्ध अवस्था में महिला बैरक भवन के पीछे मिला जवान का शव, जांच में जुटी पुलिस
साहिबगंज।झारखण्ड के साहिबगंज पुलिस लाइन में कार्यरत सिपाही सुरजीत कुमार यादव का शव रविवार को महिला सिपाही बैरेक भवन के पीछे संदेहास्पद परिस्थितियों में मिला है।सिपाही का शव मिलने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। अस्पताल में तीन सदस्यीय डॉक्टरों की टीम ने मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में शव का पोस्टमार्टम किया।इस संबंध में सदर अस्पताल के डॉक्टर मुकेश कुमार ने बताया कि जवान को गोली नहीं लगी थी, लेकिन छाती का हड्डी टूट कर उनके फेफड़े में घुस गया था। संभव है कि इसी वजह से उनकी मौत हुई है। दूसरी बात मृत जवान के दाहिने हाथ की हड्डी कई जगह से फ्रैक्चर है।पोस्टमार्टम में पाया गया कि खून ताजा था और करीब 3.5 एमएल खून शरीर में था।
इधर, इस संबंध में साहिबगंज के प्रभारी एसपी अनिमेष नैथानी ने बताया कि प्रथम दृष्टया हत्या का मामला प्रतीत हो रहा है।पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है।मामले में दो से तीन लोगों को पूछताछ के लिए उठाया गया है, तीनों को शाम में सिपाही के साथ देखा गया था। बहुत जल्द मामले का उद्भेदन कर लिया जाएगा।
वहीं घटना के संबंध में मृत सिपाही सुरजीत के साले रवि ने बताया कि शनिवार रात में 11:30 बजे मेरी पत्नी से बात की थी। हर दिन सुरजीत परिवार के सदस्यों से बात करते थे। इधर, घटना की जानकारी मिलते ही सुरजीत की माता-पिता सहित अन्य सदस्य साहिबगंज पहुंच चुके हैं। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।पोस्टमार्टम के बाद पुलिस लाइन में उन्हें श्रद्धांजलि दी गई है।उसके बाद शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।
मृतक सिपाही सुरजीत यादव पाकुड़ जिला के महेशपुर थाना क्षेत्र के ग्वालपाड़ा गांव का रहने वाले थे।मृतक सुरजीत 35 वर्ष का थे। 2011 में सुरजीत झारखण्ड पुलिस में बहाल हुए थे। 2015 में उनकी शादी साहिबगंज सदर प्रखंड के शोभनपुर भट्ठा निवासी सुरेंद्र यादव के बड़ी बेटी से हुई थी।
सुरजीत अपने पीछे दो बेटी और पत्नी को छोड़ गए हैं।उनकी एक बेटी 7 साल की और दूसरी बेटी दो साल की है।बड़ी बेटी संत जेवियर्स स्कूल में पढ़ती हैं। मृतक सुरजीत तीन भाइयों में बीच में थे।सुरजीत सिविल जज के अंगरक्षक में रह चुके हैं।साथ ही कुछ सालों तक टाइगर मोबाइल में थे।उसके बाद मुफस्सिल थाना में उनकी ड्यूटी लगी थी।दो दिन पूर्व ही वह पुलिस लाइन में आ गए थे। सुरजीत ने अपना घर डीसी रोड स्थित आजाद नगर में बनाया था।