रामगढ़:कुख्यात अपराधी राहुल की मौत की सूचना पाकर पहुँचीं माँ…बोली-बाप बेटे ने परिवार को तबाह कर दिया…रिश्तेदारों ने झाड़ा पल्ला…

 

 

रामगढ़।झारखण्ड के रामगढ़ जिला के कुज्जू में रामगढ़ और हजारीबाग पुलिस की संयुक्त कार्रवाई हुई।जिसमें शनिवार शाम को हुए पुलिस मुठभेड़ में राहुल तुरी उर्फ आलोक जी मारा गया।वहीं इस कार्रवाई में एक अपराधी फरार हो गया जबकि पुलिस ने आकाश करमाली नामक अपराधी को गिरफ्तार किया गया है।मुठभेड़ के दूसरे दिन,रविवार को रामगढ़ एसपी अजय कुमार के नेतृत्व में पुलिस गिरफ्तार आकाश करमाली को लेकर मुठभेड़ वाली जगह पर दोबारा गयी। एसपी और अन्य पुलिस पदाधिकारी ने आकाश के साथ घटना स्थल का जायजा लिया और ऑन द स्पॉट उससे कई सवाल किए गये।पुलिस ने पूरे क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया गया।कल की घटना का सिन रीक्रिएट किया गया।गिरफ्तार अपराधी से पूरी जानकारी ली।कैसे आया और फिर पुलिस पर कहां से गोली चलाया।

इधर गिरफ्तार अपराधी आकाश करमाली से पुलिस ने रात भर पूछताछ की। पुलिस ने उसके बताये गए कई ठिकानों कई अपराधियों के घरों में छापेमारी की। हालांकि रात भर रामगढ़ पुलिस हजारीबाग के साथ-साथ गढ़वा और लातेहार क्षेत्र में कई छापेमारी की।वहीं एनकाउंटर में मारे गए राहुल तुरी उर्फ आलोक जी के पास मिले झोला में करीब उन्नीस मोबाइल, एक पिस्टल और गिरफ्तार हुए आकाश करमाली के पास एक पिस्तौल और उसके पास से भी मोबाइल बरामद किया गया है।राहुल तुरी के शव को देर रात पंचनामा कर मजिस्ट्रेट के देखरेख में पोस्टमार्टम हॉउस में लाकर रखा गया गई। वहीं थाना में सभी जब्त हथियार व मोबाइल की सूची बनाई गयी है।

अपराधी राहुल तुरी का शव लेने माँ पहुँची

झारखण्ड के रामगढ़ जिले में मोस्ट वांटेड अपराधी राहुल तुरी उर्फ आलोक के मुठभेड़ में मौत के बाद परिवार वालों ने उससे अपनी दूरी बना ली।कहते हैं बेटा कितना बड़ा भी अपराधी हो,माँ की ममता कम नहीं होती। बेटे की मौत की सूचना पाकर राहुल की माँ संगीता देवी अपनी बहन के साथ रामगढ़ पहुंची। उन्होंने पोस्टमार्टम हाउस के बाहर जमीन पर बैठकर बिलखना शुरू किया। लेकिन उनका साथ देने वाला कोई नहीं था। मूल रूप से लातेहार जिले के बालूमाथ की रहने वाली संगीता देवी वर्तमान में राँची जिले के खलारी क्षेत्र में रहती हैं। दूसरे के घरों में झाड़ू, पोछा और बर्तन धोकर वह अपना पेट पाल रही हैं। लेकिन जब बेटे की मौत की खबर उनके कानों में पहुंची, वह सब छोड़कर यहां आ गई। लेकिन उनके सामने एक बड़ी विडंबना यह थी कि उनके बेटे के अंतिम संस्कार में कोई भी शामिल होने को तैयार नहीं था। यहां तक की उनके गांव समाज के लोगों ने पहले ही उनका बहिष्कार कर रखा था।

बिलखती हुई माँ ने कहा कि बाप बेटे ने मिलकर पूरा परिवार बर्बाद कर दिया है। उनके तीन बच्चों की जिंदगी नर्क बन गई थी। राहुल तो चला गया, शेष दो बच्चों की जिंदगी अब पहाड़ की तरह ही कटेगी।राहुल के शव का पोस्टमार्टम हो रहा था, तब माँ तो पहुंच गई, लेकिन उसकी बहन बरखा और छोटा भाई सत्यम नहीं आया। उन दोनों ने भाई की हरकतों से परेशान होने की बात कह डाली। राहुल तुरी का बाप छोटन तुरी भी एक बड़ा अपराधी ही है। उसपर एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। वर्तमान समय में छोटन तुरी भी जेल में बंद है। वह अपने मृत बेटे का मुंह भी नहीं देख सकता। इन सब के बीच रिश्तेदारों और समाज के लोगों ने भी इस परिवार से अपना नाता रिश्ता तोड़ लिया है।

इधर राहुल के मामा गणेश तुरी भुरकुंडा ओपी क्षेत्र के कुर्से गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने सबसे पहले अपना पल्ला झाड़ा है। उन्होंने कहा कि भांजे राहुल से उसका कोई लेना देना नहीं है। ना ही उनकी बहन संगीता देवी और उनके बच्चों से उनका कोई लेना देना है। पुलिस जब उन्हें पोस्टमार्टम हाउस के पास बुलाई तो वे वहां पहुंचे और राहुल के परिवार वालों से अपना नाता तोड़ने की बात स्वीकार की। उन्होंने कहा कि वह ना तो राहुल तुरी का शव स्वीकार करेंगे और ना ही वह उसके अंतिम संस्कार में शामिल होंगे।

मोस्ट वांटेड राहुल तुरी के गले में लगी गोली सिर से हो गई पार

तीन जिलों का मोस्ट वांटेड अपराधी राहुल तुरी उर्फ आलोक जब पुलिस के साथ मुठभेड़ कर रहा था, तो झाड़ियों में छुप गया था। लगभग चार दर्जन से अधिक गोलियां दोनों तरफ से चली। राहुल तुरी की मौत तब हुई जब पुलिस की गोली उसके गले में लगी और सिर से पार हो गई। उसे एक और गोली पैर में भी लगी थी। इन सब का खुलासा रविवार को तब हुआ जब मजिस्ट्रेट के मौजूदगी में तीन डॉक्टरों की टीम ने उसके शव का पोस्टमार्टम किया।

पोस्टमार्टम की प्रक्रिया तक पोस्टमार्टम हाउस के बाहर डटे रहे एसपी अजय कुमार

एसपी अजय कुमार ने बताया कि राहुल तुरी मुठभेड़ में मार गिराया, लेकिन उसका साथी आकाश करमाली गिरफ्तार कर लिया गया है।शनिवार की देर रात तक कुजू ओपी क्षेत्र के मुरपा बस्ती में सुनसान इलाके में भी छापेमारी चल रही थी। लेकिन अंधेरा होने की वजह से पुलिस को सर्च अभियान रोकना पड़ा। रविवार की सुबह से ही आकाश करमाली की निशानदेही पर एक बार फिर सर्च अभियान शुरू हुआ। हजारीबाग और रामगढ़ जिले के जिन स्थानों पर वह रुका था और जिन-जिन स्थानों पर हथियार छुपा कर रखा था उसकी जानकारी उसने दी है। फिलहाल मुठभेड़ के स्थल से लगभग 500 मीटर की दूरी पर 7.62 एमएम का पिस्टल और मैगजीन से जिंदा गोली बरामद की गई है। साथ ही राहुल तुरी के हथियार से चली गोली के खोखे बरामद किए गए हैं।

वहीं हजारीबाग जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र में भी सर्च अभियान चल रहा है, लेकिन अभी तक वहां कोई सफलता हासिल नहीं हुई है।