मधु राय हत्याकांड:चार दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली, हिरासत में लिए गए दो लोगों को चार दिन बाद छोड़ा….

 

राँची।राजधानी राँची के नामकुम थाना क्षेत्र में बीते 15 नवंबर को दिनदहाड़े रिंगरोड में जमीन कारोबारी लाल मधुसूदन राय उर्फ मधु राय की हत्या के चार दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं।पुलिस अबतक हत्यारों का सुराग जुटाने में असफल है। घटना के बाद पुलिस ने मृतक मधु राय के बड़े बेटे लाल विजय राय के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की थी।शक के आधार पर पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को बुलाकर पूछताछ किया परंतु अभी तक पुलिस ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची।बता दें अपराधियों ने मधु राय को करीब एक दर्जन गोलियां मारी थी।

इस घटना के तुरन्त बाद पुलिस ने शक के आधार पर उनिडीह राजाउलातू निवासी किशुन राय और हाहाप पंचायत निवासी काशी नायक को हिरासत में लिया था।पूछताछ के बाद चार दिन बाद आज बुधवार की शाम पुलिस ने दोनों को छोड़ दिया है।पुलिस को उमेश  नामक व्यक्ति की तलाश है।पुलिस विभिन्न बिंदुओं पर जांच करते हुए जल्द से जल्द कांड को उद्भेदन में जुटी है। उमेश  सहित अन्य लोगों की तलाश में पुलिस की छापेमारी जारी है।

मृतक के बेटे ने चार के विरुद्ध दर्ज कराई थी प्राथमिकी !

नामकुम थाना क्षेत्र में रिंग रोड पर उनीडीह निवासी जमीन कारोबारी लाल मधुसूदन राय की अज्ञात अपराधियों ने रविवार को गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड के बाद मधुसूदन राय के बेटे लाल विजय राय ने नामकुम थाना में चार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है। इनमें लाल किशुन कुमार राय, अजय तिर्की, राजीव सिंह और अंबुज सिंह शामिल है। दर्ज प्राथमिकी में लाल विजय राय ने पुलिस को बताया है कि लाल किशुन राय से है मधुसूदन राय का पुराना जमीन का विवाद चल रहा था। वहीं आरोपियों पर मधुसूदन राय का जमीन का पैसा बकाया था। इसलिए षडयंत्र के तहत उनकी हत्या कराई गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। हालांकि अभी तक पुलिस हत्याकांड में शामिल किसी भी अभियुक्त को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।

बेटे ने पुलिस को बताया लाल किशुन राय से है पुराना जमीन का विवाद

बेटे ने पुलिस को बताया है कि लाल किशुन राय से मृतक मधुसूदन राय का पुराना जमीन का विवाद चल रहा है। वर्ष 2008 में भी मधुसूदन राय पर फायरिंग की गई थी। जिसमें उनकी पत्नी की मौत हो गई थी। इसके बाद 2016 में फिर मधुसूदन राय पर जानलेवा हमला करते हुए गोली चलाई गई थी। आरोप है कि मधुसूदन राय की हत्या का षडयंत्र में लाल किशुन राय भी शामिल है। यह भी आरोप है कि मधुसूदन राय का जमीन से संबंधित पैसा सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की और राजीव सिंह के पास था। आरोप है कि मधुसूदन राय की हत्या में ये सभी आरोपी शामिल हो सकते है।

रविवार निकले थे प्लॉट पर चल रहे चहारदीवारी देखने

दर्ज प्राथमिकी में बताया है कि एक एकड़ 32 डिसमिल उनका पुस्तैनी जमीन है। उक्त जमीन का कुछ हिस्सा उनके रिश्तेदारों ने बेचा है। जिसे लेकर राजीव सिंह ने अन्य लोगो को भी बेचा है। उक्त जमीन में से 20 डिसमिल जमीन विजय कुमार पांडेय ने राजीव सिंह से खरीदा है। इस 20 डिसमिल जमीन को विजय पांडेय ने चहारदीवारी कराने का काम मधुसूदन राय को दिया था। इसी चहारदीवारी को पूरा कराने के लिए मधुसूदन राय रविवार को पहले सुबह 9.10 बजे घर से निकले थे। उक्त प्लॉट पर बयाडी बाजार से आने के दौरान वे रुके भी थे। मधुसूदन राय ने अपने बेटे विजय राय को फोन कर बताया भी था कि उक्त प्लॉट पर वे रुके हुए है, वह भी नाश्ता कर वहां आ जाए। बेटा विजय राय सुबह 9.30 बजे उक्त प्लॉट पर पहुंचा था। फिर विजय ने पिता मधुसूदन से बात करने के बाद कहा कि वह खस्सी खरीदने के लिए राजा उलातू जा रहा है। रास्ते में जाने के दौरान उसे राजीव सिंह मिला। उसने कहा कि वह भी उक्त प्लॉट पर जा रहा है। कुछ देर बाद वापस विजय राय प्लॉट पर पहुंचा और पिता मधुसूदन राय को कहा कि वे घर जाए और नाश्ता कर ले। फिर मधुसूदन राय घर चले गए।

दोबारा घर से निकले थे मधुसूदन, कहा था गढ़ा ढाबा जा रहे है होना है पैसे का लेन देन

मधुसूदन रविवार को अपने घर दोबारा वापस आए। फिर फ्रेश होने के बाद मधुसूदन अपने बेटे लाल विश्वजीत को को बताए कि उसके मोबाइल पर अंबुज सिंह का फोन आया था। उसने उन्हें गढ़ा ढाबा बुलाया है। मधुसूदन उसे बोल कर निकल गए कि वे गढ़ा ढाबा जा रहे है, वहां जमीन से संबंधित मीटिंग है। पैसे का लेन देन भी होना है। दिन में ही उक्त प्लॉट पर जहां चहारदीवारी का काम काम चल रहा था विजय का छोटा भाई भी वहां पहुंचा। उसी दौरान दिन के 12.56 बजे गांव के ही रहने वाले रौशन लकड़ा का विजय के पास फोन आया कि कव्वाली बस स्टैंड के पास रिंग रोड में मधुसूदन राय का एक्सीडेंट हो गया है। परिवार के सभी लोग तुरंत कव्वाली बस स्टैंड रिंग रोड पहुंचे। वहां रिंग रोड पर देखा कि मधुसूदन राय स्कूटी समेत मुंह के बल रोड पर गिरे हुए है। उनके पीठ व कमर पर कई गोलियां लगी हुई थी।