लातेहार:करीब 100 मामलों में आरोपी था जेजेएमपी सुप्रीमो पप्पू लोहरा,पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया…
लातेहार।झारखण्ड के लातेहार जिले में इचाबार जंगल में शनिवार की सुबह मुठभेड़ में मारे गए दोनों नक्सलियों पर लातेहार जिले के अलावे अन्य जिलों के विभिन्न थाना क्षेत्र में कई आपराधिक मामले दर्ज थे। जेजेएमपी सुप्रीमो पप्पू लोहरा पर विभिन्न थाना क्षेत्रों में 98 से अधिक मामले दर्ज थे।जबकि प्रभात गंझू पर 15 मामले दर्ज थे।मुठभेड़ के बाद शनिवार को पलामू आईजी सुनील भास्कर, पलामू डीआईजी वाईएस रमेश और लातेहार एसपी कुमार गौरव ने प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि मृतक नक्सलियों में पप्पू लोहरा नक्सली संगठन झारखण्ड जनमुक्ति परिषद का सुप्रीमो था और इस पर 10 लाख रुपए का इनाम घोषित था।पप्पू लातेहार थाना क्षेत्र के लुंडी कोने गांव का रहने वाला था।जबकि सब जोनल कमांडर प्रभात पर 5 लाख रुपए इनाम घोषित था। यह बालूमाथ थाना क्षेत्र के डोकर गांव का रहने वाला था।
दरअसल, शनिवार की सुबह लातेहार सदर थाना क्षेत्र के इचाबार गांव में पुलिस और जेजेएमपी नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी जिसमें दो इनामी नक्सली मारे गए। प्रेस वार्ता करते हुए अधिकारियों ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि जेजेएमपी के नक्सली लातेहार और लोहरदगा बॉर्डर की सीमा पर स्थित सदर थाना क्षेत्र के इचाबार जंगल में जमे हुए हैं. नक्सलियों के द्वारा क्षेत्र में काम कर रहे संवेदक से लेवी वसूलने के लिए किसी हिंसक घटना को अंजाम देने की योजना बनाई जा रही थी।
इस सूचना के बाद पुलिस की टीम ने शनिवार की सुबह नक्सलियों के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाई।पुलिस की टीम जिस समय घटनास्थल पर पहुंची उस समय लगभग 6 की संख्या में नक्सली घटनास्थल पर मौजूद थे।शेष अन्य नक्सली पहाड़ी के ऊपर थे।पुलिस की टीम को देखकर नक्सली फायरिंग करते हुए भागने लगे।
उन्होंने बताया कि नक्सलियों की ओर से हुई फायरिंग के जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग आरंभ कर दी, जिसमें दो नक्सली घटनास्थल पर ही मारे गए। जबकि एक नक्सली घायल हो गया।घायल नक्सली आशीष कुमार लातेहार के कोटिल गांव का रहने वाला है।जबकि पुलिस का एक जवान अवध सिंह भी घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि घटना के बाद पुलिस के द्वारा जब जंगल में सर्च अभियान चलाया गया तो वहां से एक राइफल, 20 गोलियां समेत कई अन्य सामान बरामद हुए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि मृतक नक्सली पप्पू लोहरा तथा प्रभात पर कई नक्सली हिंसा के मामले दर्ज थे। वर्ष 2021 में पप्पू के दस्ते के साथ झारखण्ड जगुआर की टीम की मुठभेड़ हुई थी। जिसमें डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार शहीद हो गए थे। इसके अलावा कई अन्य हिंसक मामले भी दर्ज थे।जिसमें पुलिस के साथ मुठभेड़ तथा आम लोगों की हत्या का मामला भी दर्ज था।
अधिकारियों ने पुलिस वार्ता के दौरान कहा कि जो भी नक्सली मुख्य धारा से भटके हुए हैं वह पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करें और आत्म समर्पण नीति का लाभ लेकर बेहतर जिंदगी में वापस आए। यदि नक्सलियों ने नक्सलवाद का रास्ता नहीं छोड़ा तो उन्हें अंजाम भुगतना होगा।
नक्सलियों के खिलाफ मुठभेड़ में एसपी कुमार गौरव, डीएसपी अरविंद कुमार, डीएसपी संजीव मिश्रा, इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिन्हा, उमेश प्रसाद सिंह, सब इंस्पेक्टर रमाकांत गुप्ता, राहुल सिन्हा, रविंद्र महली, उमापद महतो समेत अन्य पुलिस अधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण रही।