चाईबासा में IED ब्लास्ट, जंगल में पता तोड़ने गई 7 वर्ष की बच्ची की मौत,एक महिला मामूली रूप से घायल…-
चाईबासा।झारखण्ड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के सारंडा स्थित जराईकेला थाना क्षेत्र अंतर्गत तिरिलपोसी गांव में पुलिस को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से नक्सलियों द्वारा लगाए गए IED की चपेट में आने से एक नाबालिग की मौत हो गई।घटना 7 जनवरी की सुबह की बताई जा रही है। घटना की पुष्टि पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने की है। इससे पहले भी आईईडी विस्फोट के चलते कई लोगों की मौत हो चुकी है।
ग्रामीणों से मिली जानकारी अनुसार तिरिलपोसी गांव की एक लड़की जलावन के लिए लकड़ी लेने सारंडा जंगल के तिरिलपोसी और थोलकोबाद सीमा स्थित रादापोड़ा इलाके में गई हुई थी।लकड़ी इकट्ठा करते समय उसके पैर नक्सलियों द्वारा पहले से लगाए गए प्रेशर आईईडी पर पड़ गए।जिसके कारण आईईडी में विस्फोट हो गया।इस विस्फोट में लड़की की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि मृतक लड़की का ननिहाल थोलकोबाद में है।
इधर चाईबासा पुलिस ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि आज सबब 09.30 बजे जराईकेला थानान्तर्गत ग्राम तिरिलपोसी स्थित राधाबेड़ा जंगल में एक प्रेशर I.E.D विस्फोट की घटना घटित हुई है। उक्त घटना में एक बच्ची उम्र लगभग 07 वर्ष पिता सनिका गगराई पता तिरिलपोसी थाना जराईकेला जिला चाईबासा का नक्सलियों द्वारा पूर्व से लगाये गये I.E.D की चपेट में आने से मृत्यु हो गयी है एवं एक अन्य महिला पिता हरिचरण बोदरा पता तिरिलपोसी थाना जराईकेला जिला चाईबासा मामूली रूप से जख्मी हो गयी है। ये सियाल पत्ता तोड़ने जंगल की ओर गयी थी। उक्त घटना की सूचना प्राप्त होते ही चाईबासा पुलिस एवं सी०आर०पी०एफ० 134 BN. के साथ समन्वय स्थापित करते हुए मृत बच्ची एवं घायल महिला को स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से घटना स्थल से निकाला गया एवं अग्रतर कार्रवाई हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, मनोहरपुर भेजा गया है तथा अग्रतर कार्रवाई की जा रही है। इस पुरे घटना क्रम में चाईबासा पुलिस एवं सभी सुरक्षा बल इस घटना में इनके मृत्यु पर गहरी संवेदना प्रकट करते है।पुलिस एवं सुरक्षा बलों द्वारा कोल्हान / सारंडा क्षेत्र में लगातार संचालित नक्सल विरोधी अभियान के कारण सुरक्षा बलों को क्षति पहुँचाने हेतु नक्सलियों के द्वारा I.E.D का प्रयोग किया जा रहा है। I.E.D विस्फोट में ग्रामीणों को लक्षित कर मृत्यु/जख्मी करना नक्सलियों का एक कायराना हरकत है। झारखण्ड पुलिस आम जनता की सेवा में सदैव तत्पर है और ग्रामीणों की सुरक्षा हेतु सघन नक्सल विरोधी अभियान का संचालन जारी रहेंगा।
मालूम हो है कि सारंडा के जराईकेला और छोटानागरा सीमावर्ती थाना क्षेत्रों के जंगलों में नक्सलियों ने काफी संख्या में आईईडी लगा कर रखे हैं। नक्सली इन आईईडी का उपयोग सुरक्षा में तैनात पुलिस और सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए करते हैं।कुछ दिन पहले भी नवाडीह गांव के सुनील सुरीन नामव व्यक्ति की मौत इसी आईईडी के विस्फोट में हो चुकी है।