धुर्वा गोलीकांड:गोली लगने के 26 दिन बाद पूर्व पार्षद वेद प्रकाश सिंह की मौत,साजिशकर्ता और मुख्य शूटर पुलिस की पकड़ से दूर…
राँची।राजधानी राँची के धुर्वा में बीते सात जुलाई को पूर्व पार्षद वेद प्रकाश सिंह को अपराधियों ने गोली मारी थी। इस घटना के 26 दिन बाद वेद प्रकाश की दिल्ली एम्स में मौत हो गई।बता दें इस मामले में राँची पुलिस ने यूपी के गाजीपुर का रहने वाले राहुल को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। हालांकि हत्याकांड का मुख्य आरोपी सत्यम पाठक और धीरज मिश्रा अभी तक फरार है। पुलिस दोनों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
वेद सिंह पर अपराधियों ने उस वक्त हमला किया जब वे सात जुलाई की शाम धुर्वा बस स्टैंड के पास स्थित एक चाय दुकान में बैठे हुए थे। इसी दौरान हाथ में देशी कट्टा लिए एक अपराधी पैदल ही वेद सिंह के पीछे पहुंचा और गोली चलाना शुरू कर दिया।वेद सिंह को गोली लगी।उसके बाद दो अपराधी बाइक से फरार हो गया।
दो से ढाई घन्टे तक रैकी किया,फिर घटना को अंजाम दिया है !
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार,वेद सिंह की हत्या करने पूरी प्लांनिग के साथ अपराधी घटना स्थल पर दो ढाई घन्टे पहले ही आ गया था।वेद प्रकाश सिंह की एक एक गतिविधियों की जानकारी ली जा रही थी।सीसीटीवी फुटेज जब पुलिस ने खंगाला तो इसका राज खुला है।उसके बाद गिरफ्तार अपराधी राहुल ने भी पुलिस को कई अहम जानकारी दी।प्राप्त जानकारी के अनुसार सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि मुख्य शूटर घटना स्थल पर घन्टे भर पहले ही एक दुकान में बैठ जाता है।फिर सही समय और वेद सिंह का इंताजर करता है।उसके बाद शाम 7 बजे लगभग किसी से मोबाइल पर बात करता है और फिर गोलीबारी की जाती है।एक अपराधी जो हेलमेट पहने था उसने वेद सिंह पर निशाना साधते हुए पीछे से एक ही गोली चलाता है और फिर दौड़कर भागने लगता है।आगे एक युवक बाइक लेकर खड़ा था फिर उसके साथ भाग निकलता है।पुलिस सूत्र के अनुसार,पुलिस को जानकारी मिली है की राँची से भगाने में कुछ लोगों ने अपराधी को वाहन उपलब्ध कराया था।वहीं पुलिस को राहुल से ज्यादा जानकारी नहीं मिल सका है।क्योंकि उसे सिर्फ एक व्यक्ति की हत्या करना है,उसके बारे में बताया था और बाइक चलाने के लिए बोला था।किस पर गोली चलाना है उसे ये भी नहीं मालूम था।इस काम के लिए उसे 70 हजार मिलने वाले थे।लेकिन पूरा काम नहीं होने पर सिर्फ 6 हजार मिला था।पुलिस की माने तो इस गोलीकांड की घटना से पर्दा उठाने के लिए राँची पुलिस ने पूर्व के कई अपराधियों से भी पूछताछ किया गया है।जो बातें सामने आई है।हत्या की गहरी साजिश रची गई थी।शूटरों को मौटी रकम देकर हत्या की प्लांनिग तैयार किया गया था।फिलहाल पुलिस अभी अनुसंधान के साथ साथ धीरज और सत्यम की गिरफ्तारी के लिए दौड़ लगा रही है।
बता दें बीते सात जुलाई को शाम 7 बजकर 13 मिनट पर घटना हुई थी।राँची पुलिस ने 27 दिन बाद भी साजिश कर्ता और शूटर को अबतक गिरफ्तार नहीं कर पाया है।वहीं 15 दिन बाद एक अपराधी को यूपी से जरूर गिरफ्तार कर लिया है।पुलिस के अनुसार गिरफ्तार अपराधी घटना में शामिल था और बाइक चला रहा था।सवाल उठ रहा है कि आखिर वेद सिंह की हत्या की साजिश किसने रची थी ? धीरज मिश्रा या कोई और है ? पुलिस को ये सब जानकारी धीरज और सत्यम की गिरफ्तारी के बाद ही पता चलेगा।