आइईडी ब्लास्ट में घायल जवान से अस्पताल में मिलने पहुँचे डीजीपी ने कहा- झारखण्ड में 10 प्रतिशत बचे हैं नक्सली,जल्द ही उनका होगा सफाया…

 

 

राँची।झारखण्ड में नक्सलवाद की जड़ें कमजोर हो चुकी है लेकिन अभी भी उनमें इतना जोर बचा हुआ है की वे गुरिल्ला वार कर पुलिस से मुकाबला करने में कुछ हद तक सफल हो जा रहे हैं। खासकर झारखण्ड के सारंडा और कोल्हान में भारी नुकसान के बावजूद नक्सली आईईडी बमों के जरिए सुरक्षा बलों को टारगेट कर रहे हैं।गुरुवार की सुबह भी चाईबासा के जराईकेला में नक्सलियों के द्वारा किए गए आईईडी विस्फोटक में कोबरा बटालियन का एक अफसर घायल हो गया।घायल को इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर राँची लाया गया है।घायल जवान की स्थिति का जायजा लेने के लिए झारखण्ड के डीजीपी अनुराग गुप्ता अस्पताल पहुंचे और उन्होंने वहां डॉक्टरों से घायल जवान का बेहतर इलाज करने की हिदायत दी।

डीजीपी ने बताया कि घायल जवान राजस्थान का रहने वाला है और उसके पैर में चोट लगी है। लेकिन उसके हौसले पूरी तरह से बुलंद हैं। 2 से 3 सप्ताह के इलाज के बाद वह पूरी तरह से ठीक हो जाएगा।डीजीपी ने बताया कि झारखण्ड में 90% नक्सलियों का सफाया हो चुका है।अब मात्र 10% ही बचे हैं, जो एक पहाड़ी पर टिके हुए हैं। उनके खिलाफ भी अभियान लगातार चल रहे हैं जिसमें कामयाबी भी हासिल हो रही है।

डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बताया कि 13 अगस्त को नक्सलियों के खिलाफ विशेष रणनीति बनाने के लिए राज्यभर के पुलिस अधिकारियों को मुख्यालय बुलाया गया है।बैठक में नक्सलवाद के खात्मे के लिए विशेष रणनीति तैयार की जाएगी।

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