अपराधी रोहित वर्मा और अमन सिंह ने किसके कहने पर भाजपा नेता की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी…कौन है साजिशकर्ता..? जांच में जुटी है पुलिस..
राँची।बुधवार को दिनदहाड़े कांके थाना के पास कांके चौक पर पूर्व जिला परिषद सदस्य सह भाजपा नेता अनिल महतो टाइगर की गोली मारकर हत्या कर दी गई।दिनदहाड़े हुए भाजपा नेता की हत्या से शहर में सनसनी फैल गई है।लोगों में भारी आक्रोश दिख रहा है।हत्या के विरोध में कल राँची बंद बुलाया गया।वहीं राँची पुलिस ने एक शूटर को पकड़ने के दौरान एनकाउंटर किया है।जिसमें अपराधी को गोली लगी है।घायल अवस्था मे उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिस शूटर को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया है उसका नाम रोहित वर्मा है।वहीं दूसरा अपराधी जिसने अनिल टाइगर को गोली मारी वे फरार हो गया है उसका नाम अमन सिंह बताया जा रहा है।हालाँकि राँची पुलिस इस मामले में अभी कुछ भी नहीं बता रहे हैं।
कौन है अपराधी रोहित वर्मा और अमन सिंह ?
ये दोनों वही अपराधी हैं जिन्होंने ने कोलकाता,धनबाद, बोकारो और राँची के ठेकेदार और बड़े कारोबारियों से रंगदारी वसूली करने वाले गिरोह के कुख्यात सनी सिंह, बिट्टू नेपाली और बिट्टू सिंह के साथ जुड़ा था।इसी के कहने पर अपराधी अपराधिक वारदातों को अंजाम देते थे।इस गिरोह द्वारा रेलवे साइडिंग और कंस्ट्रक्शन कंपनियों के साइट पर रंगदारी मांगने को लेकर बम से हमला किया जाता था।
बता दें 12 सितंबर 2022 को राँची सुखदेव नगर थाना क्षेत्र से अपराधी पिंटू वर्मा के घर से एक जिंदा बम बरामद किया था।इसके साथ ही पुलिस ने पिंटू वर्मा को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पुलिस को चौंकाने वाली जानकारियां मिली थी।पिंटू वर्मा ने पूछताछ में पुलिस के सामने यह खुलासा किया था कि वे लोग कंस्ट्रक्शन साइट और रेलवे साइडिंग पर हमला करने के लिए बम जमा कर रहे थे। पिंटू ने यह भी बताया कि कुख्यात अपराधी सनी सिंह, बिट्टू नेपाली और बिट्टू सिंह के कहने पर कंस्ट्रक्शन साइट पर हमला करते थे।उस समय राँची पुलिस ने पिंटू वर्मा की निशानदेही पर छापेमारी की। इस छापेमरी के दौरान बम बनाने वाले तबारक अंसारी के साथ साथ लाल देव महतो, रोहित वर्मा और अमन सिंह को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार रोहित वर्मा और अमन सिंह ने खुलासा किया था कि 29 अगस्त 2022 को सनी सिंह के कहने पर अमन सिंह और रोहित वर्मा ने बोकारो के बाली डी रेलवे साइडिंग पर रंगदारी मांगने के लिए फायरिंग करने के बाद बम भी फेंका था। गिरफ्तार अपराधियों के अनुसार सनी सिंह के कहने पर ही तबारक अंसारी ने रोहित वर्मा और अमन सिंह को हथियार और चार बम उपलब्ध करवाए थे।चार बम में से तीन का प्रयोग अपराधियों ने बालीडीह रेलवे साइडिंग पर किया था।एक बम बचा था, वह पिंटू वर्मा ने अपने घर में रखा था।इस गिरोह का सरगना सनी सिंह था।सनी सिंह के अलावा इस गिरोह के दो और प्रमुख सदस्य बिट्टू नेपाली एवं बिट्टू सिंह काफी सक्रिय था। इस गिरोह के द्वारा पश्चिम बंगाल में भी रंगदारी के लिए कई वारदातों को अंजाम दिया गया था।इस गिरोह में रोहित और अमन जुड़ा था।अमन और रोहित पर कई मामले दर्ज है।जेल जाने के बाद और फिर जमानत पर जेल से बाहर निकले के बाद दोनों ने फिर से अपराध करने लगा।आशंका जताया जा रहा है दोनों ने अनिल को मारने के लिए किसी से सुपारी ली और फिर घटना को अंजाम दिया है।
13 सितंबर 2022 को रोहित वर्मा और अमन सिंह को अन्य अपराधी के साथ जेल भेजा गया था
अनिल को मारने के लिए किसने दी सुपारी ?
अनिल टाइगर को मारने की बड़ी साजिश हो सकती है।हालांकि राँची पुलिस का कहना है कि गिरफ्त में आए रोहित वर्मा ने बताया कि लोहरदगा में मारे गए अपराधी शुभम जायसवाल की हत्या का बदला लेने के लिए ये घटना को अंजाम दी गई है।लेकिन सवाल उठता है अनिल को सुभम जायसवाल से क्या दुश्मनी थी।जिसकी हत्या का बदला रोहित और अमन ने लिया ? राँची पुलिस ने बताया कि घायल अपराधियों ने अनिल टाइगर की हत्या की घटना को अंजाम प्रतिशोध में दिया है।उल्लेखनीय है कि बीते 14 जनवरी को लोहरदगा जिले के कुड़ू बस स्टैंड में दिनदहाड़े हुई गोलीबारी हुई थी।इस फायरिंग में एक कुख्यात अपराधी की मौके पर मौत हो गई थी।मारे गए अपराधी की पहचान सुभाष जायसवाल उर्फ छोटू के रूप में हुई थी। इसका नाम राँची के पंडरा में 13 लाख रुपए की लूट और फायरिंग मामले में आया था।रोहित वर्मा सुभाष जायसवाल का काफी ग़रीबी था। और उसे शक था,कि अनिल टाइगर के कहने पर ही सुभाष जायसवाल की हत्या की गई है।जिसके बाद वह एक सुनियोजित साजिश के तहत अनिल टाइगर की गोली मारकर हत्या कर दी।अपराधी रोहित वर्मा ने पुलिस की गिरफ्त में आते ही ये बयान दे दिया।अपराधी के गिरफ्तारी के तुरन्त ये बयान देना की बदले में हत्या की गई।ये बयान शंकाएं बढ़ा रही है।आखिर दूसरे की हत्या का बदला ये दोनों क्यों लेगा ? अनिल टाइगर की हत्या की साजिश किसने रची और क्यों हत्या करायी गई।ये जांच के बाद पता चलेगा।फिलहाल राँची पुलिस कार्रवाई में जुटी है।।वहीं फरार अपराधी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।