हेमंत सरकार का मंत्रिमंडल विस्तारःनई टीम में बसंत को बाय-बाय तो बैद्यनाथ, इरफान और दीपिका की हुई एंट्री….
राँची।सोमवार का दिन झारखण्ड की सियासी गतिविधियों का दिन रहा। सुबह से लेकर शाम करीब 5 बजे तक सदन से लेकर राजभवन तक गहमागहमी का आलम रहा। इसके बाद राजभवन में मंत्री पद की शपथ लेने के बाद सुबह से चल रहे कयासों को पूरी तरह से विराम लग गया और हेमंत की टीम नये कलेवर में सामने आई।विधानसभा में आहूत विशेष सत्र में हेमंत सोरेन ने विश्वास मत हासिल किया। इसके बाद शुरू हुआ मंत्री पद की रेस को लेकर संभावित सूची और कयासों का दौर शुरू हुआ। दोपहर के बाद राजभवन की ओर प्रदेश की सियासत शिफ्ट हो गयी।मंत्रिमंडल नये और पुराने चेहरों को लेकर नामों को लेकर चर्चा होती रही।इसके बाद राजभवन के बिरसा मुंडा मंडप में विधायकों की उपस्थिति के बाद कयासों के बाद छंट गये। राजभवन में विधायकों की उपस्थिति के बाद शपथ ग्रहण के लिए उनके नाम पुकारे जाने के बाद एक-एक करके सभी 11 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली।
झारखण्ड की सियासी गतिविधियों में हेमंत कैबिनेट का विस्तार हो गया। राजभवन में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने हेमंत मंत्रिमंडल में शामिल विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई।हेमंत कैबिनेट में 11 मंत्रियों ने शपथ ली। इस नये मंत्रिमंडल में झामुमो कोटे से बैद्यनाथ राम, कांग्रेस से दीपिका पांडेय सिंह और इरफान अंसारी को पहली बार स्थान मिला। वहीं इस नई टीम में हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन को स्थान नहीं मिला है।इसके अलावा कांग्रेस कोटे से मंत्री रहे बादल पत्रलेख का पत्ता भी काट दिया गया।वहीं जेल में बंद आलमगीर आलम की जगह कांग्रेस से इरफान और बादल पत्रलेख की जगह दीपिका पांडे सिंह को नयी टीम में शामिल किया गया है।
सत्ताधारी दलों के कोटे की बात करें तो झामुमो के कोटे से इस बार 12वें मंत्री के रूप बैद्यनाथ राम की एंट्री हुई है।इससे पहले चंपाई सोरेन मंत्रिमंडल विस्तार के समय ऐन वक्त पर उनका नाम लिस्ट में शामिल नहीं किया गया था। इसके अलावा मंत्री के रूप में पूर्व सीएम चंपाई सोरेन की कैबिनेट में जगह मिली है।इसके अलावा झामुमो कोटे से पुराने चेहरों के इस बार भी शामिल किया गया है।इनमें बेबी देवी, हफीजुल हसन, मिथिलेश ठाकुर, दीपक बिरुआ शामिल हुए। इस बार हेमंत सोरेन के भाई और पूर्व मंत्री बसंत सोरेन को मंत्रिमंडल से दूर रखा गया है। उनके स्थान पर चंपाई सोरेन को हेमंत सोरेन की नयी टीम में शामिल किया गया है।इसी प्रकार कांग्रेस कोटे से इस बार दो नये चेहरों को मौका दिया गया है।इसमें विधायक दीपिका पांडे सिंह और इरफान अंसारी ने मंत्री पद की शपथ ली है। जेल में बंद पूर्व मंत्री आलमगीर आलम के स्थान पर जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी को मौका दिया गया। वहीं बादल पत्रलेख के स्थान पर दीपिका पांडे सिंह को नयी टीम में जगह दी गयी है। इसके अलावा कांग्रेस कोटे के पुराने चेहरे इस बार भी हेमंत कैबिनेट में शामिल किए गये हैं। इनमें रामेश्वर उरांव और बन्ना गुप्ता शामिल है।वहीं राजद के एकमात्र विधायक सत्यानंद भोक्ता को भी हर बार की तरह इस बार भी हेमंत कैबिनेट में शामिल किया गया है।
हेमंत कैबिनेट की नयी टीम अब पूरी तरह से मूर्त रूप ले चुकी है। अब हेमंत सोरेन की नयी टीम नये कलेवर में नजर आ रही है। जिसमें पुराने अनुभवी के साथ साथ नये चेहरों को भी मौका मिला है।