राँची पुलिस की आठ दिनों की कड़ी मेहनत के बाद ओरमांझी गैंगरेप के दो आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ा….पुलिस ने 400 से ज्यादा कार का सत्यापन, 100 सीसीटीवी की जांच, तब जाकर घटना का हुआ खुलासा…

 

राँची।झारखण्ड की राजधानी पुलिस ने 8 दिनों की कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार ओरमांझी गैंगरेप के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।सामुहिक दुष्कर्म के आरोपियों को न पीड़िता पहचानती थी और न ही जिस कार से उसे अगवा किया गया था उसे वह पहचानती थी। ऐसे में इस ब्लाइंड केस को सुलझाना पुलिस के लिए काफी कठिन था।लेकिन राँची पुलिस ने इस केस को सुलझा ही लिया है।

बताया गया कि राँची पुलिस ने ओरमांझी गैंग रेप के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। नाबालिग के साथ हुए गैंगरेप मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस पर भारी दबाव था। एसएसपी खुद मामले को लेकर मॉनिटरिंग कर रहे थे, ताकि ब्लाइंड दुष्कर्म के केस को सुलझाया जा सके।एसएसपी और सिटी एसपी की संयुक्त प्रेसवार्ता में एसएसपी ने बताया कि ओरमांझी में हुए गैंगरेप के आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए राँची पुलिस की पूरी टीम ने काफी मेहनत की है।गिरफ्तार दोनों आरोपी ओरमांझी के ही रहने वाले हैं और टैक्सी ड्राइवर हैं। इसके लिए राँची पुलिस की टीम है 400 टैक्सी वाहनों का सत्यापन किया।राँची के 100 से ज्यादा सीसीटीवी स्क्रीन के 25 घंटे से ज्यादा के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया तब जाकर जिस कार से पीड़िता को अगवा कर रेप किया गया उसका पता चला।

बताया कि सामूहिक दुष्कर्म के दोनों आरोपी सुबोध कुमार जायसवाल और हीरालाल महतो दोनों ही टैक्सी ड्राइवर हैं।दोनों लगभग हर दिन पैसा देकर किसी न किसी लड़की को बुलाते थे। 18 जून की रात दोनों ओरमांझी इलाके में घूम रहे थे, इस दौरान दोनों शराब लेने के लिए ओरमांझी के पंचायत सचिवालय के पास पहुंचे,उस समय वहीं पर नाबालिग सोई हुई थी।नाबालिग को अकेला देखकर दोनों की नीयत खराब हो गई, जिसके बाद दोनों ने नाबालिग को सोए हुए हाल में ही अपनी कार में बिठा लिया और रात में चार बार उसके साथ दुष्कर्म किया।सामुहिक दुष्कर्म के बाद लड़की को दोनों ने वापस वहीं छोड़ दिया जहां से उसे उठाया था।

सामुहिक दुष्कर्म की वजह से नबालिग की स्थिति काफी खराब हो गई थी,नबालिग लड़की को देख स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद पुलिस ने पीड़िता को अस्पताल में भर्ती करवाया। बताया जाता है कि पीड़िता की स्थिति अब पहले से बेहतर है।

मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद जिस कार से नाबालिग का अपहरण किया गया था, वह कार भी बरामद कर ली गई है।दोनों आरोपियों के कपड़े, अंडरगारमेंट सहित कई सबूत पुलिस ने बरामद किए हैं, जिसके आधार पर दोनों को सजा दिलवाया जाएगा।

 

पुलिस ने जानकारी दी कि नाबालिग अपंग बच्ची के अपहरण एवं सामुहिक बलात्कार कांड के त्वरित उदभेदन हेतु पुलिस उपाधीक्षक, सिल्ली के नेतृत्व में अज्ञात बच्ची के ईलाज के साथ लगभग पाँच घंटे के अंदर परिवार का पता लगया गया चूँकि यह घटना विकास बाजारटॉड थाना-बी०आई०टी० मेसरा एवं थाना ओरमांझी मे घटित हुई है जिसके लिए दोनों थाना क्षेत्रों से लगभग 100 सी०सी०टी०वी० कैमरा के 2200 फुटेजों की जाँच की गई।फर्दबयान के अनुसार घटना बोलेरो गाड़ी से की गयी जिसपर लगभग 150 बोलेरो गाडियों का दोनों क्षेत्रों में भौतिक सत्यपन/ जाँच की गई, परंतु सी०सी०टी०थी फुटेज से प्राप्त जानकारी के आधार पर यह स्पष्ट हुआ कि नाबालिग अपंग बच्ची का अपहरण कॉमर्शियल पीली नंबर प्लेट वाली स्वीफ्ट डिजायर गाडी से किया गया है। इसके बाद डी०टी०ओ० राँची से सभी कॉमर्शियल स्वीज्ट डिजायर गाडी की लिस्ट मांगी गई जिसमे लगभग 1300 स्वीफ्ट डिजायर गाडियों की लिस्ट उपलब्ध करायी गयी,इन 1300 गाडियों में से लगभग 107 कॉमर्शियल स्वीफ्ट डिजायर गाडी का भौतिक सत्यापन जाँच की गई तथा लगभग 412 गाडियों कर जाँच सिटी कंट्रोल रूम राँची तथा स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम राँची से जाँच की गई तत्पश्चात सामुहिक बलात्कार कांड में उपयोग की गयी गाड़ी को खोजा गया तथा कांड के मुख्य आरोपियो को पकडा गया। इसके साथ साथ दोनों थाना क्षेत्र से दर्जनों व्यक्तियों को उठाकर पूछताछ की गयी। पुलिस टीम की रात दिन की मेहनत के बाद अंतिसंवेदनशील सामुहिक बलात्कार कांड का उदभेदन किया गया।

बता दें 18 जून को ओरमांझी थाना क्षेत्र में एक 15 वर्षीय लड़की के साथ गैंग रेप की वारदात को अंजाम दिया गया था। पीड़ित लड़की ओरमांझी इलाके में अपनी माँ के साथ छोटे-मोटे काम करके और कभी -कभी भीख मांग कर गुजारा किया करती थी। 18 जून की देर रात लड़की ओरमांझी के पंचायत सचिवालय के पास सोई हुई थी। इसी दौरान कुछ युवक कार से लड़की के पास पहुंचे और उसे जबरदस्ती कार में बिठा लिया, इसके बाद नाबालिग को आनंदी बगीचा ले गए, जहां सभी ने लड़की के साथ दुष्कर्म किया। वारदात को अंजाम देने के बाद कार में सवार अपराधियो ने आनन्दी बगीचा के पास सड़क पर नबालिग को फेंक फरार हो गए थे।