ठगी का नया गिरोह फिर सक्रिय:लूट पाट हो रहा है यह कह 50 साल की महिला से डेढ़ लाख व 62 साल की महिला डॉक्टर को परेशानी दूर हो जाएगी की बात कह 2 लाख के जेवरात ठगे…
राँची।राजधानी राँची में महिलाओं को डरा कर व दिग्भ्रमित कर ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय है।हिनू में इस ठग गिरोह ने एक महिला को लूट पाट के नाम पर डरा कर डेढ़ लाख व मोरहाबादी में एक डाक्टर महिला को आपकी परेशानी दूर हो जाएगी यह कह दिग्भ्रमित किया और दो लाख के जेवरात ठग लिए। ठगी का एक मामला जगन्नाथपुर थाना में व दूसरा मामला लालपुर थाना में दर्ज हुआ है।
पहले मामले में सेक्टर 2 धुर्वा की रहने वाली 50 वर्षीय संगीता सिंह से दो ठगो ने 1.50 लाख रुपए मूल्य के जेवरात ठग लिए। उन्हें ठगों ने कहा कि आगे लूटपाट हो रहा है। आप अपने जेवरात खोल कर कागज में लपेट कर रख ले। संगीता सिंह ने डर से अपने जेवरात खोल उनके द्वारा दिए एक कागज में लपेटा दिया। लेकिन वे मौके देख उनके जेवरात लेकर फरार हो गए। इस संबंध में संगीता सिंह ने जगन्नाथपुर थाने में ठगी की प्राथमिकी दर्ज कराई है।
दर्ज प्राथमिकी के अनुसार 26 दिसंबर को दिन के 11.30 से 12 बजे के बीच वह अपने घर से हिनू चौक जाने के लिए पैदल निकली थी। ऑटो पकड़ने के लिए वह पत्थर कोचा बाईपास रोड में निकली थी। चर्च के पास दो अज्ञात लोग बाइक से उनके समीप आए। उनमें से एक कुछ दूर पर रूक गया। एक ने आकर कहा कि पुलिस वाले सर आपको बुला रहे है। उसने कहा कि आगे लूट पाट हो रहा है। उसने यह भी कहा कि कल भी लूट पाट हुआ था। सुरक्षा की दृष्टि से आप अपना जेवरात खोल कर अपने बैग में रख लीजिए। उसने डराया की जल्दी कीजिए मुझे उपर से ऑर्डर है। संगीता सिंह ने अपनी चुड़ी व अंगूठी खोला। दोनों ने जेवरात लेकर एक कागज में लपेटा। धोखा देकर ठगों ने जेवरात वाला कागज को दोनों ने अपने पास रख लिया और कुछ और लपेटा हुआ कागज उन्हें धरा दिया। कहा कि इसे अभी नहीं बाद में खोलिएगा। यह कह दोनों वहां से फरार हो गए। कुछ दूर जाने के बाद संगीता सिंह ने कागज को खोला तो देखा कि उनकी सोने की चूड़ी की जगह कांच की चार चुड़ी उस कागज में लपेटी हुई है। उन्होंने दोनों को काफी खोजा लेकिन दोनों फरार हो चुके थे।
मोरहाबादी में टहल रही महिला डाक्टर को बनाया निशाना
दूसरी घटना कांके रोड राँची की रहने वाली 62 वर्षीय डाक्टर रंजना श्रीवास्तव के साथ हुई। वह मोरहाबादी के आक्सीजन पार्क में शाम 5.45 बजे टहल रही थी। उनके पास 30-32 साल के दो युवक आए। दोनों ने उन्हें परिवार व समाज की बात कह दिग्भ्रमित कर दिया। उन दोनों ने कहा कि आपकी परेशानी जल्द दूर हो जाएगी। आप अपने जेवरात खोल कर बैग में रख ले। उनकी बातों में डाक्टर आ गई। उन्होंने अपने गला चेन, कान का और अंगूठी खोल कर उन्हें दिया। दोनों ने उनके जेवरात को एक बैग में रखा। फिर उन्हें कहा कि कुछ दूर चलिए, आपकी परेशानी दूर हो जाएगी। उनके कहने पर डा. रंजना बैग उनके पास ही छोड़ कुछ दूर चली। मौके देख दोनों ठग बैग लेकर भाग निकले। डॉ. रंजना ने उन्हें काफी खोजा लेकिन वे लोग नहीं मिले।