नोट की गड्डी देख थानेदार का ईमान डोल गया…कारोबारी से 32 लाख लूटने के आरोप में थानेदार गिरफ्तार,चालक फरार

 

छपरा।बिहार के सारण जिले में पुलिस महकमे में अवैध वसूली का बड़ा मामला सामने आया है। जिसके बाद सारण पुलिस ने कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी रविन्द्र कुमार को 32 लाख रुपये की अवैध वसूली के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।साथ ही चालक अनिल कुमार सिंह की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।

दरअसल यह घटना 10 जनवरी 2025 की रात की है, जब रोहन कुमार नामक व्यक्ति 64 लाख रुपए लेकर कारोबार के लिए मुजफ्फरपुर जा रहा था।तभी मकेर थाने की पुलिस गाड़ी ने उसे रेवा घाट के पास रोक लिया और शराब होने की सूचना है कहकर वाहन की जांच करने लगे। जांच के दौरान बैग में रखे रुपए को बैग समेत अपने पुलिस वाहन में रख लिया और फिर उन्हें गांव की ओर ले गए। जहां धमकी देते हुए कहा कि तुम सब को गांजा और शराब के केस में फंसा देंगे और उनसे एक बैग जिसमें 32 लाख रुपए थे,उसे अपने पास रख लिया।और धमकी देते हुए भाग निकला।

इस घटना के बाद पीड़ित ने तुरंत इसकी शिकायत की। सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मढ़ौरा से इसकी जांच कराई। जांच में आरोप सही पाए गए। जिसके बाद सारण पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी रविन्द्र कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर विभागीय कार्रवाई का आदेश दिया है।और उसे गिरफ्तार कर लिया है।गिरफ्तार पुलिसकर्मियों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।

पीड़ित व्यक्ति ने बताया कि 64 लाख रुपये लेकर व्यापार के सिलसिले में मुजफ्फरपुर जा रहे थे, तभी मेकर थानाध्यक्ष रविरंजन कुमार और चालक अनिल कुमार ने गाड़ी को जांच के नाम पर रोक कर 32 लाख रुपये लूट लिए।
बताया जा रहा है कि दोनों ने व्यापारी को हथियार का भय दिखाया और फिर शराब और हथियार गाड़ी में रखकर मामले में फंसाने की भी धमकी देकर इस पूरी घटना को अंजाम दिया है। व्यापारी ने इसकी शिकायत सारण एसपी आशीष कुमार से की, जिसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए एसपी ने थानाध्यक्ष रविरंजन कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया और दोनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित भी कर दिया।

पुलिस ने 32 लाख रुपये चालक अनिल के कमरे से बरामद किया है। फिलहाल चालक फरार बताया जा रहा है। एसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे मामले की जानकारी दी है।

इस मामले पर कड़ा रुख अपनाते हुए सारण पुलिस ने कहा है कि जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। अवैध गतिविधियों में संलिप्त पुलिसकर्मियों को दंडित करने के साथ ही ईमानदार पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा।