खूंटी में सिरकटी लाश बरामदगी मामले में पौने तीन महीने बाद हुआ खुलासा….सामने आई चौंकाने वाली वजह, हत्या में शामिल चार आरोपी गिरफ्तार
खूँटी।झारखण्ड के खूँटी जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल रानीफॉल के सारजोमइकिर के पास एक अक्टूबर को सायको पुलिस ने सिरकटी लाश बरामद की थी। जांच के दौरान मृतक की शिनाख्त डुमरदगा गांव निवासी 26 वर्षीय राहुल प्रधान के रूप में की गई थी। सायको पुलिस ने इस ब्लाइंड केस की गुत्थी सुलझाते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।वहीं गिरफ्तार आरोपियों में मुरहू के सिरका टोली निवासी पांडेया मुंडा, एसी लादुरा उर्फ लदुरा पूर्ति, बंदगांव के बमनोम निवासी मशीह डहांगा और सायको के सैदवा डाउडीह निवासी मदिराय मुंडा उर्फ मादी हस्सा शामिल है।
डीएसपी वरुण रजक ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि एक अक्टूबर को सायको पुलिस ने सिरकटी लाश बरामद की थी। इस केस को सुलझाना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी।एसपी अमन कुमार ने इस ब्लाइंड मर्डर केस की गुत्थी सुलझाने के लिए डीएसपी वरुण रजक के नेतृत्व में एक टीम गठित की थी।जिसमें इंस्पेक्टर किशुन दास और सायको थाना प्रभारी सहित कई अन्य पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया था।
जांच के क्रम में सीडीआर, तकनीकी सहायता और मुखबिरों की मदद के बाद मृतक की पहचान हुई और आरोपियों का सुराग मिला। इसके बाद पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में ले लियाम प्रारंभिक पूछताछ में ही संदिग्ध ने हत्याकांड की प्लानिंग पुलिस को बता दी। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।साथ ही मृतक का साइकिल, मोबाइल और घटना में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिया।
डीएसपी वरुण रजक ने बताया कि मृतक डुमरदगा गांव निवासी 26 वर्षीय राहुल प्रधान का बंदगांव के बमनोम निवासी मशीह डहांगा के साथ झगड़ा हुआ था। मशीह को शक था कि उसकी पत्नी का अवैध सम्बंध राहुल प्रधान के साथ चल रहा है। इस बात को लेकर दोनों के बीच काफी झगड़ा हुआ था।कुछ दिनों बाद दोनों के बीच विवाद काफी बढ़ गया।इसके बाद मशीह ने राहुल की हत्या की योजना बनाई।
रानीफॉल के पास की गई थी हत्या
प्लान के तहत मशीह ने अपने के मित्र लादुराय से राहुल को फोन करा कर खूंटी शहर कर बाजारटांड़ बुलाया।उसके बाद काम दिलाने की बात कहकर राहुल को रानीफॉल के पुल के पास ले जाया गया। जहां पहुंचने पर पहले राहुल की पिटाई की गई और बाद में गला काटकर हत्या कर दी गई। राहुल की हत्या करने के बाद अपराधियों ने उसका सिर काटकर जंगल में फेंक दिया, जबकि धड़ को रानीफॉल के नदी में फेंक कर फरार हो गए थे।
डीएसपी ने बताया कि मृतक राहुल और हत्याकांड में शामिल सभी आरोपी मजदूरी का काम करते हैं। राहुल की हत्या करने के बाद सभी आरोपी इधर-उधर मजदूरी के काम में लगे हुए थे। छापेमारी टीम में डीएसपी वरुण रजक, इंस्पेक्टर किशुन दास, सायको थाना प्रभारी मुकेश कुमार हेंब्रम, बीरेंद्र कुमार और सशस्त्र बल शामिल थे।