मारे गए नक्सली छोटू के पेट पर थे सिलाई के निशान… कई घंटे की लंबी जांच के बाद बम नहीं मिला,शाम में शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा…
लातेहार।झारखण्ड के लातेहार में 18 लाख के इनामी भाकपा माओवादी की रीजनल कमेटी के सदस्य छोटू खरवार की हत्या कर दी गई है। बुधवार सुबह छिपादोहर थाना क्षेत्र की चुंगरु पंचायत के नावाडीह गांव के भीमपांव जंगल से उसका शव बरामद किया गया। छोटू खरवार की हत्या गोली मारकर की गई है।उसके पेट पर सिलाई के निशान मिले थे।पुलिस को आशंका थी कि आरोपियों ने छोटू खरवार के पेट को चीरकर उसमें बम प्लांट किया है। हालांकि 7 घंटे की लंबी जांच के बाद बम नहीं मिला। तब शाम 5 बजे पुलिस ने शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। पुलिस को संदेह है कि नक्सलियों के आपसी विवाद और लेवी के बंटवारे को लेकर यह हत्या की गई है।छोटू पर झारखण्ड सरकार ने 15 लाख का इनाम और एनआईए ने 3 लाख का इनाम रखा था।
छोटू खरवार उर्फ छोटू जी उर्फ सुजीत जी सिकिद, हेरहंज (लातेहार) का रहने वाला था। उसके खिलाफ लातेहार, पलामू, गढ़वा, लोहरदगा, गुमला समेत कई अन्य जिलों के थानों में नक्सली संगठन की तरफ से की गई हत्या, आगजनी, गोलीबारी, विस्फोट समेत 100 से अधिक मामले दर्ज हैं। 2013 में लातेहार में आईईडी विस्फोट में सीआरपीएफ के 14 जवान शहीद हुए थे। इस मामले में भी छोटू खरवार का नाम शामिल था।
लातेहार जिले में छोटू खरवार एक मात्र ऐसा बड़ा नक्सली था, जो पुलिस को लगातार चुनौती दे रहा था। छोटू को गिरफ्तार के लिए राज्य से लेकर जिले के पुलिस अधिकारी कई बार सर्च ऑपरेशन चला चुके थे। लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। 2019 में चंदवा थाना क्षेत्र के लुकइया मोड़ में नक्सली हमले में चार जवान शहीद हुए थे। इस घटना में भी छोटू खरवार शामिल था।
इधर, सूत्रों के अनुसार, भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर 10 लाख के इनामी मनीष यादव द्वारा हत्या करने की बात सामने आ रही है। छोटू का शव जिस जगह पर बरामद हुआ, वहां लेवी के बंटवारा को लेकर माओवादी जुटे थे। इसी दौरान झगड़ा हो गई और उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई।
बता दें 2013 में लातेहार में ही नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में सीआरपीएफ के चार जवान शहीद हो गए थे। नक्सलियों ने उनके पेट को चीरकर उसमें बम प्लांट कर दिया था। जब पोस्टमॉर्टम के लिए उनकी बॉडी राँची लाई गई तो पेट पर हुई सिलाई के बाद यह मामला सामने आया था। काफी मशक्कत के बाद बम निरोधक दस्ते ने बम को नाकाम किया था।