अंधविश्वास में एक व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या,पत्नी ने भागकर बचाई जान,आरोपी गिरफ्तार
लोहरदगा।झारखण्ड के लोहरदगा जिले में अंधविश्वास की वजह से एक व्यक्ति की लात-घूसों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई।यह घटना जिले के कैरो थाना क्षेत्र की है।सूचना मिलने के बाद पुलिस हरकत में आ गई और उसने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए लोहरदगा सदर अस्पताल भेज दिया है। पूरे मामले की जांच और आगे की कार्रवाई जारी है।
यह घटना कैरो थाना क्षेत्र के नरौली गांव की है, जहांं अंधविश्वास में एक अधेड़ की उसी गांव के ही एक व्यक्ति ने पीट-पीट कर हत्या कर दी। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।मृतक की पहचान नरौली गांव निवासी संतोष उरांव के रूप में हुई है।
हत्या की इस घटना को गांव के ही के एतवा मिंज के पुत्र रवि शंकर मिंज ने अंजाम दिया। पुलिस ने रवि शंकर मिंज को गिरफ्तार कर लिया है। रविशंकर ने मृतक की पत्नी सुमित्रा को भी जान से मारने की कोशिश की लेकिन सुमित्रा ने भाग कर अपनी जान बचाई।सुमित्रा ने पुलिस को बताया कि रविशंकर मिंज उसके घर में पहुंचा, उसने कहा कि तुम दोनों ही झाड़-फूंक करते हो, यदि तुम दोनों की वजह से मेरी पत्नी को कुछ हुआ तो ठीक नहीं होगा। इसके बाद उसने उसके पति संतोष उरांव को लात -घूसों से पीटना शुरू कर दिया।जिससे मौके पर ही संतोष उरांव की मौत हो गई।
इसके बाद रविशंकर संतोष उरांव की पत्नी सुमित्रा उरांव की तरफ दौड़ा।यह देखकर सुमित्रा वहां से भाग खड़ी हुई। घटना को लेकर करो थाना प्रभारी नीरज कुमार मिश्रा का कहना है कि प्रारंभिक जांच में अंधविश्वास का मामला सामने आया है, जिसके चलते हत्या की गयी है।पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए लोहरदगा सदर अस्पताल भेज दिया गया है।
रविशंकर मिंज वर्ष 2014 में हत्या के मामले में भी जेल जा चुका है। रविशंकर ने वर्ष 2014 में संतोष के चाचा होशे उरांव की भी हत्या कर दी थी।हाल में ही वह जमानत पर जेल से बाहर आया था।इसके बाद फिर एक बार हत्या की बड़ी घटना को जाम दिया है।