विधानसभा चुनाव 2024:DGP ने सीमावर्ती राज्यों के साथ की अंतर्राज्यीय समन्वय समिति की बैठक,शान्तिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने की बनी रणनीति…

राँची।पुलिस मुख्यालय सभागार में झारखण्ड के डीजीपी अजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में झारखण्ड के सीमावर्ती राज्य छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार, और उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशकों एवं वरीय पुलिस अधिकारियों के साथ विधानसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर अंतर्राज्यीय समन्वय समिति की बैठक वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गई।

इस अंतर्राज्यीय समन्वय समिति की बैठक की शुरुआत में अपर पुलिस महानिदेशक अभियान,संजय आनंदराव लाठकर ने सभी उपस्थित पदाधिकारियों एवं वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के द्वारा सीमावर्ती राज्यों के वरीय पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए विधान सभा चुनाव 2024 की तैयारी हेतु इस बैठक के महत्व पर प्रकाश डाला। इस बैठक में पुलिस महानिदेशक झारखण्ड ने मुख्य रूप से खुफिया जानकारियों को समय पर सक्रिय रूप से साझा करने, नोडल पदाधिकारियों की नियुक्ति करने, वामपंथी उग्रवाद परिदृश्य के आलोक में की जा रही कार्रवाई, सीमावर्ती क्षेत्रों में उत्पन्न होने वाली समस्याओं पर आपसी सहयोग, अवैध शराब, नशीले पदार्थ की तस्करी एवं नकदी की अवैध आवाजाही पर प्रभावी रोकथाम, सीमावर्ती क्षेत्रों में नक्सलियों/अपराधी तत्वों की गतिविधियों पर नकेल कसने एवं सभी स्तरों पर अंतर्राज्यीय समन्वय बैठकों के लिए तंत्र की कार्ययोजना पर चर्चा की गई।

खुफिया जानकारी का वास्तविक समय में सक्रिय रूप से आदान-प्रदान और नोडल अधिकारियों की नियुक्ति

पुलिस महानिरीक्षक, अभियान सह राज्य पुलिस नोडल पदाधिकारी, झारखण्ड ने झारखण्ड पुलिस की नक्सलवाद के खात्मे पर बनाई गई रणनीति के संबंध में अपनी प्रस्तुति दी, जिसमें सीमा क्षेत्रों पर उग्रवादियों के भ्रमण एवं अन्य संदिग्ध गतिविधियों को अपने आसपास के थाना क्षेत्रों से साझा करने एवं सूचना तंत्र को और अधिक मजबूत करने हेतु सुझाव दिए गए। चुनाव कार्य हेतु राज्य से विभिन्न पुलिस पदाधिकारियों को नोडल पदाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया है।

वामपंथी उग्रवाद से निपटने के लिए खुफिया जानकारी का साझा करना

उन्होंने वामपंथी उग्रवाद से निपटने तथा नक्सलियों पर शिकंजा कसने हेतु सख्त कार्रवाई करने की आवश्यकता पर बल दिया। वैसे नक्सली जिन्होंने अवैध उगाही कर विभिन्न जगहों पर संपत्ति अर्जित की है, उनकी संपत्ति की जब्ती हेतु सूचनाओं के आदान-प्रदान एवं आवश्यक कार्रवाई करने पर जोर दिया गया, जिससे त्वरित कार्रवाई और नक्सलियों पर प्रभावी नियंत्रण सुनिश्चित हो सकेगा। पुलिस महानिदेशक, झारखण्ड ने संबंधित सीमावर्ती क्षेत्रों जैसे ओडिशा, छत्तीसगढ़, बिहार, पश्चिम बंगाल एवं उत्तर प्रदेश के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए सीमा क्षेत्रों पर उग्रवादियों के भ्रमण एवं अन्य संदिग्ध गतिविधियों को अपने आसपास के थाना क्षेत्रों से साझा करने एवं सूचना-तंत्र को और मजबूत करने हेतु सुझाव दिए। वामपंथी उग्रवाद से निपटने हेतु राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों पर संयुक्त रूप से चेकिंग अभियान/सर्च ऑपरेशन चलाने, सीमावर्ती नक्सल क्षेत्रों में चरण-बद्ध तरीके से नक्सलियों के खात्मे की सूची उपलब्ध कराते हुए संयुक्त अभियान चलाने संबंधी जानकारी दी गई। विशेष तौर पर छत्तीसगढ़ के सीमा क्षेत्र पर अवस्थित पिछले तीन दशकों से हिंसक नक्सली वारदातों को अंजाम देने वाले एवं शीर्ष माओवादी नेताओं की शरण स्थली रहे बूढ़ा पहाड़ पर, ओडिशा सीमा पर सारंडा वन क्षेत्र में नक्सलियों पर शिकंजा कसने हेतु संयुक्त अभियान चलाने की बात की गई और यह सुनिश्चित किया गया कि संबंधित एजेंसियां और सुरक्षा बल आपसी समन्वय से काम करें और उग्रवाद की गतिविधियों पर अंकुश लगाएं। इसके अतिरिक्त मतदान के मद्देनजर मतदान के दिन राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में संयुक्त रूप से नक्सल विरोधी अभियान चलाने पर बल दिया गया।

सीमावर्ती क्षेत्रों से संबंधित अन्य मुद्दे

सभी राज्य के सीमावर्ती क्षेत्र जहां से अफीम, डोडा, नशीली दवाएं, अवैध शराब और अन्य नशीले पदार्थों की तस्करी की संभावना होती है, उन चिन्हित चेकपोस्ट को आपसी समन्वय स्थापित करते हुए समय-समय पर जिलों के पुलिस अधीक्षक द्वारा औचक निरीक्षण करने का सुझाव दिया गया।

मानव तस्करी / जाली भारतीय मुद्रा की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए ठोस रणनीति अपनाए जाने पर चर्चा की गई।

राज्यस्तरीय / अंतरराज्यीय संगठित अपराध की रोकथाम हेतु आपराधिक गिरोह को चिन्हित करते हुए सीमा पार और अंतरराज्यीय संगठित अपराध तथा आपराधिक गिरोहों की सूची साझा करते हुए आपराधिक गिरोह के सदस्यों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने पर चर्चा की गई।

वैसे अपराधी जो फरार होकर दूसरे राज्य में रह रहे हैं, उनकी सूची साझा करते हुए वांछित कार्रवाई करने पर भी चर्चा की गई।

रेलवे से संबंधित अपराध

रेलवे में होने वाले अपराधों पर कड़ी नजर रखने और उनकी रोकथाम के लिए विशेष सुरक्षा उपाय किए जाने एवं रेल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय बढ़ाने हेतु चर्चा की गई।

हथियार, विस्फोटक और धन के अवैध आवाजाही पर रोकथाम

पुलिस महानिरीक्षक सह राज्य पुलिस नोडल पदाधिकारी, झारखण्ड ने विशेष रूप से सभी पुलिस अधीक्षकों को अपनी सूचना/आसूचना तंत्र को मजबूत करते हुए ज्यादा से ज्यादा मात्रा में अवैध कैश/मादक पदार्थों/हथियार/शराब आदि को जप्त करने और अंतरराज्यीय परिवहन से समन्वय स्थापित करने का अनुरोध किया। नकली नोट, हथियार, विस्फोटक और धन के अवैध प्रवाह पर रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाए जाने पर बल दिया गया, जिससे आतंकवादी और नक्सली गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण किया जा सके।

इस अवसर पर आर.के. मल्लिक, पुलिस महानिदेशक, मुख्यालय, डॉ.संजय आनंद राव लाठकर, अपर पुलिस महानिदेशक अभियान, साकेत कुमार सिंह, पुलिस महानिरीक्षक, सी.आर.पी.एफ. झारखण्ड क्षेत्र,अखिलेश झा, पुलिस महानिरीक्षक,राँची,अमोल वीनुकांत होमकर, पुलिस महानिरीक्षक, अभियान सह-राज्य पुलिस नोडल पदाधिकारी, झारखण्ड, प्रभात कुमार, पुलिस महानिरीक्षक, विशेष शाखा,असीम विक्रांत मिंज, पुलिस महानिरीक्षक,अपराध अनुसंधान विभाग,पंकज कंबोज, पुलिस महानिरीक्षक, प्रोविजन,नरेंद्र कुमार सिंह, पुलिस महानिरीक्षक, पलामू, माईकल राज एस., पुलिस महानिरीक्षक, बोकारो,मयूर पटेल कनैयालाल, पुलिस उप महानिरीक्षक, झारखण्ड सशस्त्र पुलिस, इन्द्रजीत माहथा, पुलिस उप-महानिरीक्षक, झारखण्ड-सह-राज्य सी.ए.पी.एफ. नोडल पदाधिकारी,धनंजय कुमार सिंह, पुलिस उप-महानिरीक्षक, जंगल प्रशिक्षण विद्यालय, नेतरहाट, कार्तिक एस., पुलिस उप-महानिरीक्षक, विशेष शाखा,अश्विनी कुमार सिन्हा, पुलिस उप महानिरीक्षक, संचार एवं तकनीकी सेवाएं-सह-नोडल पदाधिकारी ई.ई.एम. झारखण्ड, तथा वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से ओडिशा पुलिस के पुलिस महानिदेशक,वाई.बी. खुरानिया, छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक,अशोक जुनेजा, बिहार के अपर पुलिस महानिदेशक, विधि-व्यवस्था, संजय कुमार एवं अपर पुलिस महानिदेशक, अभियान,अमृत राज, पश्चिम बंगाल के अपर पुलिस महानिदेशक (विधि-व्यवस्था) जावेद शमीम, उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक, विधि व्यवस्था,अमिताभ यश एवं अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारी उपस्थित रहे।