Vande Bharat Express से नोटों से भरा बैग ले जा रहा पांडेय गिरोह का सदस्य बजरंग पटना जंक्शन पर गिरफ्तार, झारखण्ड एटीएस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल…

 

 

 

राँची।झारखण्ड में उधोगपतियों, कोयला कारोबारियों,ठेकेदारों  और व्यवसायी से लेवी-रंगदारी से वसूले गए पांडेय गिरोह के 50 लाख रुपये लेकर जा रहा गिरोह का एक सदस्य पटना में पकड़ा गया। वह वंदे भारत एक्सप्रेस से राँची से पटना जा रहा था।पकड़ा गया आरोपी बजरंग कुमार ठाकुर है, जो रामगढ़ जिले के पतरातू थाना क्षेत्र के जयनगर का रहने वाला है। पटना जीआरपी व आरपीएफ की पूछताछ में उसने बताया है कि उक्त राशि पांडेय गिरोह के सरगना विकास तिवारी के हैं।पटना पुलिस की सूचना पर झारखण्ड में संगठित अपराध के विरुद्ध कार्रवाई कर रही झारखण्ड पुलिस की आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने उसकी विधिवत गिरफ्तारी की और इस पूरे प्रकरण में एटीएस थाने में 17 अगस्त को प्राथमिकी दर्ज की है।

गिरफ्तार आरोपी को राँची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में भेज दिया गया है। जब्त 50 लाख रुपये को आयकर विभाग के माध्यम से विधिवत जब्ती की गई है। आरोपी बजरंग कुमार ठाकुर के पास से तीन मोबाइल फोन भी मिले हैं, जिसे एटीएस ने जब्त किया है।

पांडेय गिरोह का सदस्य बजरंग कुमार ठाकुर 11 अगस्त को पटना रेलवे स्टेशन पर पकड़ा गया था। उसे रेलवे सुरक्षा बल व राजकीय रेल पुलिस पटना ने पकड़ा था। उस समय भी उसके पास से 50 लाख रुपये मिले थे। पूछताछ में उसने बताया था कि वह पांडेय गिरोह के सरगना विकास तिवारी के कहने पर वह उक्त रुपये लेकर जा रहा था।इसके बाद ही पटना पुलिस ने 12 अगस्त को झारखण्ड पुलिस से संपर्क किया, जिसके बाद झारखण्ड से एटीएस की टीम पटना गई और बजरंग से विधिवत पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार की। बिहार में रुपये किसको देने थे, उसने यह जानकारी भी एटीएस को दी है, जिसकी तलाश चल रही है।

कई अन्य सहयोगियों की भी तलाश चल रही है, जिनकी गिरफ्तारी होनी है। उसने एटीएस को बताया कि उक्त रुपये पांडेय गिरोह ने राज्य के उद्योगपतियों, कोयला कारोबारियों, अन्य व्यवसायियों से हत्या की धमकी देकर लेवी-रंगदारी के रूप में वसूले थे। विकास तिवारी व उसके गिरोह के विरुद्ध झारखण्ड में पहले से कई कांड दर्ज हैं।

झारखण्ड में पुलिस मुख्यालय ने एटीएस को संगठित अपराध के विरुद्ध ठोस कार्रवाई का आदेश दे रखा है। एटीएस को संगठित आपराधिक गिरोहों के फंडिंग, आर्थिक स्रोतों, हवाला चैनल व इनके अपराध से अर्जित की गई संपत्ति का पता लगा रही है। इस तरह के अपराध में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए झारखण्ड एटीएस लगातार कार्य कर रही है।