कंटेनर में मजदूर को जिंदा जलाने के मामले में राँची पुलिस को बड़ी सफलता मिली,पांच अपराधी गिरफ्तार…

राँची।जिले में बीएसएनएल के लिए ऑप्टिकल फाइबर बिछा रही कंपनी के एक कंटेनर में मजदूर को जिंदा जलाने के मामले में राँची पुलिस को बड़ी सफलता मिली है।इस मामले में पुलिस ने 5 अपराधियों को गिरफ्तार किया है।गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान रवि मुंडा उर्फ प्रभात जी पिता राजू मुंडा ग्राम महुआटांड़ चारा थाना चान्हो जिला राँची, महेश उरांव पिता सुकरा उरांव ग्राम तेतरटोली थाना चान्हो जिला राँची, रुपेश पाहन उर्फ रूपेश मुंडा पिता झरी पाहन ग्राम दुल्ली थाना मैक्लुस्कीगंज जिला राँची, दिनेश उरांव पिता चुंडा उरांव ग्राम महुआटांड़ थाना चान्हो जिला राँची और अनीश केरकेट्टा पिता अशोक मुंडा ग्राम केदल थाना मैक्लुस्कीगंज जिला राँची के रूप में हुई है।इनके पास से पुलिस ने 7.65 एमएम की एक पिस्टल, 7.65 एमएम की 2 राउंड गोली, एक देशी कट्टा, 8 एमएम के 4 कारतूस, विभिन्न कंपनियों के 5 मोबाईल फोन, लूटे गए 2 मोबाईल फोन और 2 मोटरसाइकिल (JH01DQ 9098 और JH01DR 0748) बरामद किया है।पकड़े गए अपराधियों रवि मुंडा और रूपेश मुंडा का आपराधिक इतिहास रहा है।रवि बेड़ो का रहने वाला है, जबकि रूपेश राँची जिले के ही मैक्लुस्कीगंज थाना क्षेत्र का निवासी है।

एसएसपी ने शनिवार को बताया कि जिले के मैक्लुस्कीगंज में 29 मई की रात को चामा-मैक्लुस्कीगंज रोड पर स्थित दुल्ली करमकोचा टडोला के पास सड़क किनारे खड़े कंटेनर को अज्ञात अपराधियों ने आग लगा दी थी।इस कंटेनर में संजय भुइयां नामक मजदूर जिंदा जल गया था।इस संदर्भ में सिंह इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के चालक अखिलेश ठाकुर की लिखित शिकायत पर मैक्लुस्कीगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी।राँची के एसपी (ग्रामीण) के निर्देश पर मामले की जांच के लिए एक टीम का गठन किया गया।इसमें खलारी के पुलिस उपाधीक्षक के अलावा खलारी के थाना प्रभारी, मैक्लुस्कीगंज के थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया। टीम बनने के बाद जांच शुरू कर दी गई। पुलिस ने बताया कि शिकायत करने वालों के पास धमकी का एक ऑडियो था।

बताया कि पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से ऑडियो की आवाज की पहचान की। उसके आधार पर अभियुक्तों तक पहुंची और अन्य सूत्रों से घटना को अंजाम देने वालों की पहचान के बाद उनको गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि इन लोगों की गिरफ्तारी के लिए मैक्लुस्कीगंज थाना क्षेत्र एवं आसपास के इलाकों में लगातार छापेमारी की जा रही थी।इसी दौरान शुक्रवार को पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि दुल्ली गांव के पास स्थित जंगल के पास 3 अपराधी रवि मुंडा उर्फ प्रभात जी, रुपेश पाहन उर्फ रुपेश मुंडा एवं महेश उरांव मौजूद हैं। सूचना के आधार पर पुलिस ने इन तीनों को हिरासत में ले लिया। इन लोगों से सघन पूछताछ की गई, तो सभी ने अपराध स्वीकार कर लिया। कंटेनर को जलाने की बात भी स्वीकार की।

पुलिस पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि 13 मई को कंपनी की साइट पर जाकर मजदूरों को धमकी दी थी।कंपनी के चालक का मोबाईल भी ये लोग ले गए थे। उसी मोबाईल से ठेकेदार को फोन करके उससे 2 लाख रुपए रंगदारी देने के लिए कहा गया था। ठेकेदार ने कहा कि वह 20 हजार रुपए से अधिक नहीं देगा। ठेकेदार ने इतने पैसे भी नहीं दिए, तो गुस्से में आकर उनलोगों ने घटना को अंजाम दिया। इन लोगों ने घटना में शामिल अन्य लोगों के नाम भी उजागर कर दिए।

इन अपराधियों ने पुलिस को यह भी बताया कि 19 मार्च 2024 को हुरहू बसरिया में बन रहे पुल के संवेदक से उग्रवादी संगठन जेजेएमपी के प्रभात जी के नाम पर रंगदारी मांगने के लिए गए थे। वहां भी कई मजदूरों के साथ मारपीट की थी। मजदूरों के 2 मोबाईल फोन भी छीनकर ले गए थे।इसके बाद उन लोगों ने ठेकेदार से रंगदारी देने के लिए कहा,उसे धमकी भी दी।पुलिस ने कहा है कि इस संबंध में 20 मार्च 2024 को एक केस दर्ज किया गया था।इन अपराधियों की स्वीकारोक्ति के बाद उनकी निशानदेही पर दोनों मोबाईल फोन बरामद कर लिए गए। घटना में प्रयुक्त एक पिस्टल, एक देशी कट्टा, 6 कारतूस, अलग-अलग कंपनियों के कई मोबाईल फोन, 2 मोटरसाइकिल और अन्य सामान बरामद किए। पुलिस ने इन 3 अपराधियों के अलावा 2 अन्य लोगों दिनेश उरांव और अनीश केरकेट्टा को भी गिरफ्तार किया है।

बताया कि दिनेश उरांव और अनीश केरकेट्टा को बसरिया में मजदूरों से मारपीट और ठेकेदार से रंगदारी मांगने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। दिनेश उरांव ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि मजदूरों से लूटे गए ‘रियल मी सी31’ स्मार्टफोन उसने अपनी प्रेमिका को इस्तेमाल करने के लिए दे दिया।उसकी प्रेमिका अभी तमिलनाडु में काम करती है।पुलिस ने बताया कि इस कांड में शामिल एक और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।

बता दें कि इस मामले के आरोपी रवि मुंडा ने इससे पहले 3 अपराधियों के साथ मिलकर बेड़ो थाना क्षेत्र में मोटरसाईकिल, मोबाईल और पैसे लूटे थे। बेड़ो थाना में इस संबंध में केस दर्ज किया गया था।वहीं, एक अन्य आरोपी रूपेश मुंडा पर वर्ष 2020 में एक मोबाईल फोन के लिए गढ़वा जिले के प्रेम नारायण तिवारी की रस्सी से गला घोंटकर हत्या करने का आरोप है। मैक्लुस्कीगंज थाना में दर्ज केस का आरोपी रूपेश 3 साल जेल में बिताने के बाद हाल ही में बाहर आया है।