राजधानी राँची पुलिस के हत्थे चढ़ा जलपाईगुड़ी का बंजारा गिरोह का दो अपराधी,लूटपाट की घटना को अंजाम दे रहा था, गिरफ्तारी के बाद कई कांडों का खुलासा…
राँची।राजधानी राँची में पश्चिम बंगाल का बंजारा गिरोह लूटपाट की घटना को अंजाम दे रहा था। राँची के सुखदेवनगर थाना क्षेत्र में हुए डेढ़ लाख की छिनतई सहित, झारखण्ड के दूसरे जिले में भी बंजारा गिरोह ने छिनतई की वारदातों को अंजाम दिया था। राँची पुलिस ने बंजारा गिरोह के दो सदस्यों आनंद ग्वाला और बिजेंदर ग्वाला को गिरफ्तार किया है।जिसे गुरुवार को जेल भेज दिया है।दोनों पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी के रहने वाले हैं। दोनों सुखदेव नगर इलाके में ही अपने शिकार की तलाश में थे तभी पुलिस ने धर दबोचा। कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोय ने बताया कि दोनों अपराधी वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस को देख कर फरार होने लगे।पुलिस ने जब दोनों को पकड़ा तब यह खुलासा हुआ कि दोनों बंजारा गिरोह के सदस्य हैं।
कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोय ने गुरुवार को बताया कि गिरफ्तार दोनों अपराधी बेहद शातिर हैं। गिरोह में रेकी करने वालों की अलग टीम और लूटपाट करने वालों की अलग।जब भी किसी को इन्हें अपना शिकार बनाना होता था तो ये पहले उसकी पूरी रेकी करते थे।बैंक से पैसा निकाल कर कौन ऐसा व्यक्ति निकल रहा है जिसे ये लोग आसानी से अपना शिकार बना सकते थे उसका पूरा रेकी करते थे।
कुछ अपराधी बैंक के अंदर ही बैठ कर पैसा निकालने वालों पर नजर रखते थे। जैसे ही कोई पैसा निकाल कर बैंक से निकलता ये उसके कपड़ों का रंग, उसके वाहन का नम्बर अपने दूसरे साथियों को भेज देते थे जिसके बाद उनके साथी बैंक से पैसा निकालने वाले को लूट लेते थे। गिरोह से छह सदस्य झारखण्ड में आए थे, जिनमें दो गिरफ्तार हुए हैं।
बंजारा गिरोह इतना शातिर था कि जो अपराधी बैंक में रेकी किया करते थे वह कभी लूट की घटना में शामिल नहीं होते थे। अपराधियों को यह पता था कि पुलिस बैंक का सीसीटीवी फुटेज अगर चेक करेगी तो वह पकड़े जाएंगे इसलिए कभी भी रेकी करने वाला लूटपाट नहीं करता था।
बंजारा गिरोह के अपराधी बस और ट्रेन के माध्यम से झारखण्ड आते थे और आने के साथ ही सबसे पहले दो पहिया वाहन चुराते थे और फिर उसका नंबर प्लेट बदलकर उसी वाहन से लूट की घटना को अंजाम देते थे।
राँची पुलिस ने जब जलपाईगुड़ी पुलिस से संपर्क किया तब उन्हें यह जानकारी मिली कि बंजारा गिरोह के लोग जलपाईगुड़ी में खानाबदोश की तरह जिंदगी जीते हैं।सभी आदतन अपराधी हैं। जलपाईगुड़ी में इस गिरोह की तलाश में कई राज्यों की पुलिस भी छापेमारी कर चुकी है।