रघुवर सरकार ने पांच में क्या क्या किया जिन्हें जनता उन्हें दोबारा सत्ता में लायेंगे।

Ranchi:झारखंड में 2014 में पहली बार स्थिर और पूर्ण बहुमत की सरकार बनी। पांच साल चले रघुवर दास के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकार में रोजगार, स्वास्थ्य, कौशल विकास की दिशा में कई काम हुए , जिनके भरोसे भाजपा फिर से पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के लिए आश्वस्त नज़र आ रही है। 30 नवंबर को झारखंड में नए सरकार के गठन को लेकर पहले चरण का चुनाव होना है। सरकार और विपक्ष जनता के बीच अपने अपने दावों को लेकर जनता की अदालत में है। विपक्ष राज्य में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है, वहीं विपक्ष का चेहरा हेमंत सोरेन खुद कई जिलों में आदिवासी जमीन की खरीद, अपने कार्यकाल में हुए बालू टेंडर घोटाले को लेकर सवालों के घेरे में हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि वो कौन से काम हैं, जिनके भरोसे सरकार वापसी की उम्मीद कर रही।


पांच सालों की क्या है उपलब्धियां

  • राज्य में एक लाख सरकारी नौकरी दी गयी। 50 हजार सरकारी नौकरियां में नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है।
  • मुद्रा लोन के माध्यम से 15 लाख से ज्यादा युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा गया है।
  • कौशल विकास के माध्यम से लगभग दो लाख से ज्यादा युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये गये।
  • सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में 10 हजार से ज्यादा युवाओं को रोजगार मिला।
  • राजपत्रित नौकरियों को छोड़कर सभी सरकारी नौकरियां सिर्फ स्थानीय युवाओं को ही मिलेगी, ऐसा नियम बनाया गया है।
  • यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा पास करनेवाले अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति के छात्रों को मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है।
  • झारखंड पुलिस में पहाड़िया समुदाय के लिए दो बटालियन का गठन किया गया है।
  • युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए 2014 तक राज्य में 32 आइटीआइ थे, जबकि पांच साल में 27 नये आइटीआइ शुरू किये। बड़ी संख्या में युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
  • राज्य के 12 जिलों में महिला महाविद्यालय, 13 जिलों में मॉडल महाविद्यालय व 27 डिग्री महाविद्यालय के साथ ही 13 पॉलिटेक्निक संस्थान खोले गये हैं।
  • पांच नये विश्वविद्यालय विनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय, झारखंड रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय, डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय व झारखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की स्थापना की गयी है।
  • पांच साल में पांच नये मेडिकल कॉलेज का निर्माण हो रहा है। दुमका, हजारीबाग और पलामू मेडिकल कॉलेज बन कर तैयार है। चाईबासा और कोडरमा में मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं।
  • जापान-एशिया यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम इन साइंस में पहली बार राज्य के छह छात्रों को जापान भेजा गया।
  • स्टैंड अप इंडिया के तहत ग्रामीण बस सेवा शुरू की गयी है। इसका संचालन अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति के युवाओं को संचालन के लिए सुलभ ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है।
  • 12 हजार तेजस्विनी क्लब का गठन कर 10 लाख किशोरी-युवतियों को जोड़ कर कौशल प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
  • दीनदयाल उपाध्याय ग्राम कौशल्य योजना के तहत राज्य के 31 हजार ग्रामीण युवक-युवतियों को कौशल प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इनमें से 11,745 को रोजगार या स्वरोजगार से जोड़ा जा चुका है।
  • राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत 85,545 शहरी गरीब युवाओं को प्रशिक्षित कर बैंक लोन दिलाकर स्वरोजगार से जोड़ा है।
  • युवक-युवतियों को नर्सिंग, टेक्सटाइल, वेल्डिंग, मैकेनिक आदि के प्रशिक्षण के लिए 23 कल्याण गुरुकुल के अलावा नर्सिंग कौशल कॉलेज का संचालन किया जा रहा है।

– कौशल विकास का प्रशिक्षण प्राप्त कर हमारे युवा आज दुबई, मुंबई, दिल्ली समेत बड़े शहरों में सम्मान से नौकरी कर रहे हैं।